आरयू ब्यूरो, लखनऊ। प्राइवेट स्कूलों के फीस बढ़ोतरी के फैसले के बाद एक ओर जहां अभिभावकों में चिंता बढ़ गयी है। वहीं आम आदमी पार्टी ने इस पर विरोध जताते हुए योगी सरकार से तत्काल फीस बढ़ोतरी के फैसले पर रोक लगाने की मांग की है। आप के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने शनिवार को कहा है कि निजी स्कूलों द्वारा फीस वृद्धि के निर्णय से जनता पर शैक्षिक मार पड़ेगी।
आज सभाजीत सिंह ने फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा है कि शिक्षा का मंदिर क्या व्यवसाय का केंद्र बन चुका है। सरकार निजी स्कूलों के फीस वृद्धि निर्णय पर तत्काल रोक लगाए।
बहुत ही शर्म की बात है कि बच्चों को…
प्रदेश अध्यक्ष ने योगी सरकार पर सवाल उठाते हुए भी आज कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार में महंगाई, बेरोजगारी से जनता पीड़ित हो चुकी है, प्रति व्यक्ति आय का कोई मजबूत स्रोत नहीं रह गया है, आर्थिक रूप से त्राहि-त्राहि मची है और ऐसे में यह बहुत ही शर्म की बात है कि बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाना भी अभिभावकों के लिए चुनौती बन चुका है।
यह भी पढ़ें- UP: नए सत्र में अभिभावकों को लगेगा झटका, प्राइवेट स्कूल 12 प्रतिशत तक बढ़ाएंगे फीस, विरोध शुरू
सभाजीत सिंह ने कहा कि जिस प्रकार स्कूल एसोसिएशन ने एलकेजी से लेकर 12वीं तक 12 प्रतिशत फीस वृद्धि का निर्णय सुनाया है इसकी आम आदमी पार्टी कठोर निंदा करती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में शैक्षिक संस्थानों में अगर अनुशासन और उत्कृष्टता की बात की जाए तो जनता खुद मूल्यांकन कर सकती है कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के शिक्षा मॉडल क्या है और उत्तर प्रदेश वह दूसरे राज्यों किस प्रकार अभिभावकों को लूटा और प्रताड़ित किया जा रहा।
उत्तर प्रदेश आप चुनाव समिति के अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा प्राप्त करना सभी का जन्मसिद्ध अधिकार है। इसमें किसी भी प्रकार का राजनीतिकरण या निजी स्वार्थ पर जोर देना ठीक नहीं है।