प्रियंका गांधी ने वायनाड में रोड शो के बाद दाखिल किया नामांकन

नामांकन पत्र दाखिल
नामांकन पत्र दाखिल करतीं प्रियंका गांधी।

आरयू वेब टीम। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 13 नवंबर को होने वाले वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके साथ ही वायनाड से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत भी कर दी। इस दौरान प्रियंका गांधी के साथ उनकी मां और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित कई नेता मौजूद रहे।

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नामांकान से पहले प्रियंका गांधी ने यहां राहुल गांधी और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ रोड शो किया। रोड शो के दौरान प्रियंका के पति रॉबर्ट वाद्रा, कांग्रेस और आईयूएमएल के वरिष्ठ नेता खुले वाहन में उनके साथ थे। वाहन में उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से पार्टी के सांसद किशोरी लाल शर्मा भी मौजूद थे। जैसे-जैसे रोड शो आगे बढ़ा, प्रियंका और राहुल को देखने के लिए भारी जनसैलाब उमड़ा जिससे हाथ हिलाकर अभीवादन किया और एक छोटी बच्ची को गाड़ी में भी बिठाया। बच्ची कुछ देर उनके साथ रही। वाहन के आगे, साथ और पीछे चल रहे यूडीएफ कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने राहुल गांधी और प्रियंका के पक्ष में नारे लगाए। सुबह से प्रतीक्षा कर रहे यूडीएफ कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ-साथ सभी आयु वर्ग के आम लोगों ने प्रियंका और राहुल गांधी की तस्वीरों, पार्टी के रंगों वाले गुब्बारों से और ढोल बजाकर उनका स्वागत किया।

वायनाड के लोगों से मांगा समर्थन 

नामांकन से पहले प्रियंका गांधी ने वायनाड में एक भव्य रोड शो का आयोजन किया, जिसमें स्थानीय लोगों ने उत्साह के साथ भाग लिया। रोड शो के बाद प्रियंका गांधी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “जब मैं 17 साल की थी, तब मैंने पहली बार 1989 में अपने पिता के लिए प्रचार किया था। अब 35 साल हो गए हैं, और मैं अपने परिवार के लिए विभिन्न चुनावों में प्रचार कर चुकी हूं, लेकिन यह पहली बार है जब मैं अपने लिए प्रचार कर रही हूं।” उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का आभार व्यक्त किया और वायनाड के लोगों से समर्थन मांगा। प्रियंका ने आगे कहा, “यदि आप मुझे मौका देंगे तो आपका प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात होगी।” रोड शो के बाद प्रियंका गांधी ने एक चुनावी जनसभा को भी संबोधित किया, जिसमें उन्होंने वायनाड के लोगों से समर्थन मांगा। यह सीट राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी, और प्रियंका गांधी का नामांकन इस महत्वपूर्ण चुनावी समय में कांग्रेस के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है।

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