आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। दलित उत्पीड़न के खिलाफ आवाज बुलंद करने जा रहे पूर्व आईपीएस अफसर और बुंदेलखंड दलित सेना के सदस्यों समेत आठ लोगों को आज राजधानी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कैसरबाग पुलिस ने सभी को प्रेसवार्ता के दौरान प्रेस क्लब से हिरासत में लिया।
एएसपी पश्चिम विकास चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि पकड़े गए लोग बिना परमिश्न के मीटिंग करने के साथ ही सीएम आवास की ओर प्रदर्शन करने जाने वाले थे। इसकी सूचना मिलने पर उनको गिरफ्तार कर लिया गया है।
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आरोपितों का कैसरबागर पुलिस ने शांति भंग के तहत चालान किया है। पकड़े गए लोगों में पूर्व आईजी एसआर दारापुरी, बुदेलखंड दलित सेना के पदाधिकारी कुलदीप कुमार, पीसी कुरील, अशीष व राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी रमेश चन्द्र समेत आठ लोग शामिल थे।
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गिरफ्तार होने वाले लोगों ने सहारनपुर कांड के साथ ही कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 125 किलों का साबुन देने आ रहे 45 लोगों की उत्तर प्रदेश में गिरफ्तारी पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि योगी सरकार को जब दलितों से इतनी ही दिक्कत है तो उनका हितैषी बनने का दावा क्यों करती है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि आगामी लोकसभा के चुनाव में दलितों को बहकाने के लिए भाजपा सरकार षडयंत्र कर रही है, जबकि सच में वह दलित विरोधी है।
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