रवीन्द्रनाथ टैगोर देश के अघोषित सांस्कृतिक राजदूत थे: प्रणब मुखर्जी

Pranab Mukherjee

आरयू वेब टीम।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज झारखंड के रांची में जयपाल सिंह स्टेडियम के परिसर में बनने जा रहे रवीन्द्र भवन एवं कडरु क्षेत्र में बनने जा रहे हज हाउस का ऑनलाइन शिलान्यास किया। उन्‍होंने अपने संबोद्धन में कहा कि समस्त भारत की सांस्कृतिक विरासत एक जैसी है और रवीन्द्र नाथ टैगोर समस्त विश्व में इसके अघोषित संवाहक राजदूत रहे हैं।

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य में सांस्कृतिक चर्चा और गतिविधियों के लिए यह भवन निर्माण कर 2016 में बंग समुदाय के कार्यक्रम में किया गया अपना वायदा पूरा किया है। उन्होंने कहा कि रवीन्द्रनाथ टैगोर देश के अघोषित सांस्कृतिक राजदूत थे

और उनके कारण अमेरिका, यूरोप, प्रशांत महासागर एवं अटलांटिक महासागर के आसपास के देशों में भी लोगों को भारतीय संस्कृति के विषय में जानकारी मिलती थी।

प्रणब मुखर्जी ने बताया कि 2011 में रवीन्द्रनाथ टैगोर के 150वें जयंती समारोहों के अवसर पर देशभर में अनेक कार्य करने की जिम्मेदारी देश के वित्त मंत्री के तौर पर उन्हें ही मिली थी और आज यह शिलान्यास कर बहुत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है।

केवल यही नहीं हज हाउस की आधारशिला रखकर भी संतोष का अनुभव हो रहा है क्योंकि किसी भी मुस्लिम का अपने पैगंबर के जन्मस्थान मक्का मदीना में जाकर नमाज अदा करने का सपना होता है, उसे पूरा करने में हज हाउस ही मदद करता है।

इस दौरान राष्‍ट्रपती के साथ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास, राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू के साथ ही अन्‍य नेता भी मौजूद रहे।