आरयू वेब टीम। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग उनकी सरकार को गिराने का षड्यंत्र रच रहे हैं। सीएम गहलोत ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि भाजपा प्रदेश की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों को 15 करोड़ रुपए ऑफर कर रही है, लेकिन उनकी सरकार स्थिर है, स्थिर रहेगी और पांच साल चलेगी।
मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा, ‘कोरोना वायरस संक्रमण के वक्त में भाजपा के नेताओं ने मानवता व इंसानियत को ताक पर रख दिया है … ये लोग सरकार गिराने में लगे हैं। ये लोग (भाजपा नेता) सरकार कैसे गिरे, किस प्रकार से तोड़-फोड़ करें … खरीद फरोख्त कैसे करें … इन तमाम काम में लगे हैं।’ उन्होंने कहा कि पूरे विश्व सहित देश और प्रदेश में पहली बार ऐसा संकट आया है कि इतनी बड़ी महामारी से हम जूझ रहे है। पूरी दुनिया हिल चुकी है, देश और प्रदेश की इकोनॉमी तबाह हो गई है, इससे हम सबको मिलकर उबरना है।
उन्होंने कहा कि हमारे समक्ष जीवन और जीविका बचाने का सवाल है। लेकिन भाजपा और इनके नेताओं ने तो मानवता और इंसानियत की सारी हदें तोड़ दी हैं। एक तरफ तो हम जीवन और आजीविका बचाने में लगे हुये हैं और दूसरी तरफ ये लोग सरकार गिराने में लगे हुये हैं….मुझे एवं मेरे साथियों को सरकार बचाने के लिये संघर्ष करना पड़ता है। केंद्र में सत्ता में आने के बाद ये घमंड एवं अहंकार में हैं इनकी फासिस्टी सोच है, लोकतंत्र में कोई यकीन नहीं है। ऐसे लोग सत्ता में बैठ गये हैं जो आज विभिन्न प्रदेशों में सत्ता को गिराने का काम कर रहे है। जिस रूप में इन्होंने जो खेल खेला है और खेल खेल रहे हैं, वो सबके सामने है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आरोप लगाया है। एक प्रेस कांफ्रेंस में राजस्थान सीएम गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि भाजपा प्रदेश की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों को 15 करोड़ रुपए ऑफर कर रही है। मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि कर्नाटक, मध्य प्रदेश की तरह राजस्थान में भी कांग्रेस की सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सीधे-सीधे बीजेपी आरोप लगाते हुए कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायकों को उनकी निष्ठा बदलने के लिए 10 से 15 करोड़ रुपये तक की पेशकश की जा रही है। हालांकि राजस्थान सीएम ने कहा कि भाजपा की यह कोशिश राजस्थान में नहीं मिलेगी, जहां भाजपा सबक सिखा दिया है।
सीएम ने कहा कि मैं चाहता हूं कि पूरा देश जाने की भाजपा अब सारी सीमाएं पार कर रही है वह मेरी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। हम विधायकों को पाला बदलने के लिए ऑफर देने की बात सुनते रहे हैं। कुछ लोगों को 15 करोड़ रुपए तक देने का वादा किया गया है और कुछ को अन्य लोभ देने की बात कही गई है और यह लगातार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा का असली चेहरा साल 2014 की जीत के बाद ही सामने आ गया था कर्नाटक और मध्य प्रदेश में सरकार बदलने का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी का असली चेहरा साल 2014 की जीत के बाद ही सामने आ गया था। पहले वो जो काम छुप कर कर रही थी अब वो खुलकर कर रही है। उन्होंने आगे कहा, सभी ने गोवा, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों में यह देखा है। कैसे विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के बीच कर्नाटक में पिछले साल और मध्य प्रदेश में जून में बीजेपी सत्तासीन हुई थी।
भाजपा पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि कहा कि बीजेपी ने पिछले महीने राज्यसभा चुनाव में जीतने के लिए गुजरात में सात विधायकों को खरीदा। राजस्थान में भी ऐसा ही करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हमने उन्हें रोक दिया है और ऐसा सबक सिखाया कि वो लंबे समय तक याद रखेंगे। यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय में ऐसा नहीं था, लेकिन 2014 के बाद धर्म के आधार पर विभाजन हुआ है।
…एमएलए को दिया गया 25 करोड़ रुपए का ऑफर
सूत्रों के अनुसार बांसवाड़ा जिले में कुशलगढ़ से महिला विधायक रमीला खड़िया और बांसवाड़ा जिले से कांग्रेसी विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय को राज्यसभा चुनाव के दौरान सरकार गिराने के लिए 25-25 करोड़ रुपए देने की भी जानकारी सामने आई है। यह खुलासा कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की रिपोर्ट पर जांच के बाद एसओजी ने किया है। उन्हें विपक्षी दल की तरफ से मोटी रकम का लालच दिया गया था।
एसओजी को दी गई शिकायत में भाजपा पर महेश जोशी मे आरोप लगाया था कि वर्तमान कांग्रेस सरकार के विधायकों और समर्थन दे रहे विधायकों को लालच देकर राज्यसभा चुनाव में मतदान को प्रभावित करने और सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। रिपोर्ट में दो मोबाइल नंबर दिए गए हैं। आरोप है कि इन्हीं नंबरों के जरिए विधायकों से खरीद-फरोख्त कर सरकार गिराने की कोशिश की गई थी, जिन्हें एसओजी) ने सर्विलांस पर लिया हुआ था।
एसओजी ने बयान देने के लिए बुलाया सीएम-डिप्टी सीएम को
विधायकों को प्रलोभन देकर राज्य की निर्वाचित कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के प्रयास के आरोपों पर राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट व सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी को बयान देने के लिए बुलाया है।
एसओजी ने शुक्रवार को ही इस बारे में एक प्राथमिकी दर्ज की थी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया,’इस मामले में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और सरकार के मुख्य सचेतक को नोटिस जारी किए गए हैं कि वे अपने अपने बयान दर्ज करवाएं।’ सूत्रों के अनुसार इस मामले में 12 विधायकों और अन्य लोगों को भी जल्द ही नोटिस जारी किए जा सकते हैं। इस बीच एसओजी ने उन दो लोगों को हिरासत में लिया है जिनके फोन कॉल की निगरानी की गई थी।
कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर भाजपा नेता गिरफ्तार
रिपोर्ट के अनुसार विधायकों की खरीद फरोख्त मामले में ब्यावर के दो भाजपा नेताओं भरत मालानी और अशोक सिंह का नाम सामने आया है। इन्हें ब्यावर उदयपुर से स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने गिरफ्तार कर लिया है। राजस्थान एसओजी के अनुसार मालानी की कॉल रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही थी। एसओजी ने भरत मालानी को पहले हिरासत में लिया और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल उनसे जयपुर में पूछताछ की जा रही है। मालानी राजस्थान भाजपा में कई पदों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। आरोप है कि भाजपा नेता धन का लालच देकर विधायकों को अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे हैं।