आरयू ब्यूरो, लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आंदोलन के दौरान गिरफ्तार कांग्रेस नेता सदफ जाफर और पूर्व आइपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी को मंगलवार सुबह जेल से रिहा कर दिया गया है। इससे पहले चार जनवरी को सदफ जफर व एसआर दारापुरी सहित अन्य को जमानत मिल गई थी।
इन सभी लोगों को लखनऊ में सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वहीं जेल से रिहा होने के बाद कांग्रेस नेता सदफ जाफर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला। मीडिया से बात करते हुए सदफ जाफर ने कहा कि जेल जाने और पिटने का डर अब दूर हो गया है, इसके लिए मैं योगी आदित्यनाथ जी को धन्यवाद देती हूं। अब तो मैं तब तक प्रदर्शन करुंगी जब तक यह अमानवीय कानून वापस नहीं लिया जाता।
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गौरतलब है कि रिटायर्ड आइपीएस एसआर दारापुरी और सदफ जफर सहित 14 लोगों को रविवार को जमानत मिली थी। लखनऊ के एडीजे संजय शंकर पांडेय की कोर्ट ने सभी 14 लोगों को 50-50 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दी। रिटायर्ड आइपीएस एसआर दारापुरी, थिएटर कलाकार और सामाजिक कार्यकर्ता सदफ जफर और पवन अंबेडकर सहित 14 लोगों को जमानत मिली।
बताते चलें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान लखनऊ में भी उग्र प्रदर्शन हुए थे। प्रदर्शन को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सदफ जाफर और पूर्व आइपीएस दारापुरी को गिरफ्तार कर लिया। यूपी पुलिस ने दोनों पर दंगा भड़काने का आरोप लगाया था। कोर्ट में यूपी पुलिस ने अपने दावों को साबित नहीं कर पायी।