आरयू वेब टीम। मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ भारी हंगामे के बीच संसद का मॉनसून सत्र जारी है। आज राज्यसभा में विपक्ष के तीन और सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। अब तक राज्यसभा में 23 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। आज जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें आम आदमी पार्टी के नेता सुशील गुप्ता के साथ ही संदीप पाठक और असम से निर्दलीय सांसद अजित कुमार भुइयां शामिल हैं। इन्हें इस हफ्ते लिए निलंबित किया गया है।
संसद में विरोध प्रदर्शन पर विपक्ष के सांसदों के निलंबन पर विपक्ष के सांसदों ने तीखी प्रतिक्रिया दिखाई। विपक्षी दलों का कहना है कि महंगाई-बेरोजगारी समेत जनता से जुड़े मुद्दे उठाने पर उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। कांग्रेस का यह भी कहना है कि उसे अपने शीर्ष नेतृत्व को ‘परेशान’ करने के लिए जांच एजेंसियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की भी इजाजत नहीं दी जा रही।
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ऐसा करने पर पार्टी कार्यकर्ताओं को अरेस्ट किया जा रहा है। कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए केंद्र ने भारत के सबसे पुरानी पार्टी कानूनी प्रक्रिया में बाधा डालने का प्रयास करके और हंगामा करके अपने नेताओं के लिए ‘ढाल’ बनने का आरोप लगाया।
बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा से विपक्ष के कुल 27 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। इस निलंबन को लेकर सांसद 50 घंटे का धरना भी दे रहे हैं, जिसके तहत पांच सांसदों ने गर्मी और मच्छरों के बीच संसद परिसर में भी रात गुजारी। ये धरना आज भी जारी है।