आरयू वेब टीम। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को कई राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की। इस सर्वदलीय बैठक में संसद में जारी गतिरोध खत्म करने के उपायों पर चर्चा की गई। उन्होंने सभी सदस्यों से सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलने देने की अपील की। बैठक में सभी दलों के प्रतिनिधियों ने तीन दिसंबर से लोकसभा की कार्यवाही को सुचारु रूप से चलाने पर सहमति जताई है। 13 और 14 दिसंबर को संविधान पर विशेष चर्चा आयोजित करने का फैसला लिया गया है।
इस दौरान सदन में संविधान के महत्व और उसके कई पहलुओं पर गहन चर्चा की जाएगी। वहीं 16 और 17 दिसंबर को राज्यसभा में भी इसी मुद्दे पर चर्चा आयोजित होगी। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई, कांग्रेस नेता सुप्रिया सुले, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी सहित कई प्रमुख नेता शामिल हुए।
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वहीं किरण रिजिजू ने कहा कि संविधान पर विशेष चर्चा लोकसभा में 13 और 14 दिसंबर को होगी, जबकि राज्यसभा में 16 और 17 दिसंबर को चर्चा आयोजित की जाएगी। बैठक में उपस्थित कई विपक्षी नेताओं ने मंगलवार (तीन दिसंबर 2024) से संसद की कार्यवाही सुचारु रूप से चलने के संकेत दिए। दोनों सदनों में संविधान के महत्व और प्रासंगिकता पर गहन चर्चा की तैयारियां चल रही हैं और इस खास अवसर पर सरकार और विपक्ष के नेताओं के बीच संवाद भी हो सकता है, जिससे यह चर्चा ऐतिहासिक बन सकती है।
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बैठक में सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव, के. राधाकृष्णन (सीपीआइ(एम)), अरविंद सावंत (शिव सेना-यूबीटी), अभय कुशवाहा (आरजेडी), दिलेश्वर कामैत (जेडीयू), सुप्रिया सुले (एनसीपी), टी.आर. बालू (डीएमके), गौरव गोगोई (कांग्रेस), और लवी कृष्ण देव रायलु (वाइएसआर कांग्रेस) भी शामिल हुए।