आरयू वेब टीम।
बहुचर्चित फिल्म पद्मावती परिवर्तित नाम पद्मावत को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फिल्म का नाम बदलने से लेकर कई कट लगने के बावजूद फिल्म के रिलीज होने में लगातार रूकावटें आती देख अब फिल्म के निर्माता सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं।
एक रिपोर्ट्स के अनुसार 25 जनवरी को रिलीज होने वाली फिल्म पद्मावत के निर्माता ने देश की उच्चतम न्यायलय में याचिका दाखिल करते हुए न्याय की गुहार लगायी है। जिसमें तीन राज्यों द्वारा फिल्म की स्क्रीनिंग प्रतिबंधित करने के खिलाफ अपील है। हालांकि अभी तक पद्मावत फिल्म की स्क्रीनिंग को छह राज्यों ने प्रतिबंधित कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट इसकी सुनवाई गुरुवार को करेगा।
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बता दें कि फिल्म ‘पद्मावत’ को कई राज्यों में बैन कर दिया गया है। मंगलवार को ही हरियाणा ने भी फिल्म पर बैन का ऐलान किया था। राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात सहित कुल छह राज्यों में फिल्म पर पहले ही पाबंदी लगाई जा चुकी है।
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राजपूत समाज के विरोध के चलते सेंसर बोर्ड द्वारा गठित स्पेशल पैनल के सुझावों पर निर्माता-निर्देशक फिल्म में बदलाव करने को राजी हो गए थे। फिल्म का नाम भी ‘पद्मावती’ से बदलकर ‘पद्मावत’ कर दिया गया। साथ ही फिल्म में कई संशोधन करने के चक्कर में 300 कट्स लगाने पड़े।
इतना ही नहीं, डिस्क्लेमर के चलते यह भी बताया जाएगा कि फिल्म की कहानी पूरी तरह काल्पनिक है। फिल्म से तमाम जगहों के नाम भी पूरी तरह हटा दिए गए हैं, इन सबके बाद भी राजपूत संगठन संतुष्ट नहीं हुए और फिल्म रिलीज होने पर आंदोलन की चेतावनी दे रहें हैं।
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