आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती पर विवाद और तेज हो रहा है, फिल्म रिलीज होने पर दीपिका की नाक काटने की धमकी के बाद आज राजपूत करणी सेना के प्रधान संरक्षक लोकेंद्र सिंह ने गोमतीनगर स्थित एक होटल में प्रेसवार्ता कर अपना विरोध जताते हुए सनसनीखेज बात कही है। उन्होंने कहा कि ये राजपूत का नहीं, स्त्री की अस्मिता का सवाल है। जो भी सिनेमा हाल यह फिल्म दिखाएंगे उन्हें बंद करा दिया जाएगा।
वहीं उन्होंने मीडिया के सामने फिल्म मे दाऊद का पैसा लगा होने की बात करते हुए कहा कि 200 करोड़ की ये फिल्म नोटबंदी के 14 दिन पहले शुरू हुई थी। आखिरकार कैसे ये फिल्म नोटबंदी के दौरान शूट हो गयी। इसके लिए पैसा सिर्फ और सिर्फ दाऊद के घर दुबई से आया।
जिलाधिकारी और सिनेमाघर मालिकों को दिए जाएंगे खून से लिखे पत्र
लोकेंद्र सिंह ने फिल्म विरोध को लेकर अपनी आगे की रणनीति साफ करते हुए कहा कि फिल्म के विरोध में एक दिसंबर को जिलाधिकारी के साथ ही सिनेमाघर मालिकों को खून से लिखा पत्र दिया जाएगें।
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वहीं नियमों का हवाला देते हुए बोले कि सिनेमेट्रोग्राफी एक्ट के तहत छह महीने के लिए फिल्म को रोका जा सकता है। सेंसर बोर्ड के पास ऐतिहासिक तथ्यों का विश्लेषण करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि भंसाली की फितरत में ही देश के इतिहास के साथ खिलवाड़ करना है।
ये जौहर की ज्वाला है बहुत कुछ जलेगा
प्रधान संरक्षक ने फिल्म रिलीज होने पर चेतावनी देते हुए कहा कि ये जौहर की ज्वाला है, बहुत कुछ जलेगा, इसलिए पद्मावती को रोकना होगा। ये फिल्म यहां लगनी ही नहीं चाहिए। सिर कटाये थे हमने, खून से लिखा था हमारे बुजुर्गों ने इतिहास, हम इसपर किसी को कालिख नहीं पोतने देंगे।
इस देश के लिए अच्छा और बुरा तय करने के लिए उत्तर प्रदेश भी कम नहीं है। उत्तर प्रदेश देश में मजबूत प्रदेश है और मुझे गर्व है कि मैं यहां आया हूं। हम लाखों की संख्या में खड़े होकर फिल्म का विरोध करेंगे।
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वहीं बॉलीवुड के समर्थन के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ सभ्य लोग हमारा समर्थन कर रहे हैं। सनी देओल ने ट्वीट किया है कि मेहनत की है भंसाली ने, लेकिन राजपूतों ने खून बहाया है। वहीं, अमिताभ बच्चन भी ट्वीट करते हैं कि राजपूत सेना के बारे में संवेदनशीलता से बात की जानी चाहिए।