आरयू वेब टीम।
सितारों से सजी संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ की रिलीज होने की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, वैसे-वैसे इसका विरोध और तेज होता जा रहा है। फिल्म के सेट से शुरू हुए हंगामे के बाद सिनेमाघर जलाने, जान से मारने और हिंसा फैलाने की धमकी दी जा रही है। योगी सरकार ने भी विवाद को लेकर कहा कि लोगों के गुस्से को देखते हुए निकाय चुनाव के मद्देनजर यूपी में फिल्म रिलीज होने से अशांति फैल सकती है। वहीं इन सबके बीच अब मेरठ में एक राजपूत नेता ने संजय लीला भंसाली के खिलाफ तुगलकी फरमान जारी कर दिया है। उसने कहा है कि जो भंसाली का सिर काट कर लाएगा उसे ईनाम में पांच करोड़ रुपए मिलेंगे।
वहीं राजपूत करणी सेना के महिपाल सिंह मकराना ने एक वीडियो बनाकर कहा है कि “राजपूत कभी भी महिलाओं पर हाथ नहीं उठाते हैं लेकिन अगर जरुरत आ पड़ी तो हम दीपिका पर हाथ उठाने से भी नहीं चूकेंगे। जैसा कि लक्ष्मण ने सूर्पनखा के साथ किया था।”
धर्मों का नाम लेकर भी भड़काई जा रही भावना
दूसरी ओर सोशल मीडिया पर भी फिल्म के विरोध को अब धर्म और जाति के रंग में रंगने का प्रयास भी किया जा रहा है। फेसबुक, ट्वीटर समेत सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर एक मैसेज तेजी से वॉयरल किया जा रहा। जिसमें दो धर्मों के लोगों का नाम लेकर साफ तौर पर कहा जा रहा है कि जब एक धर्म के 25 करोड़ लोग किसी फिल्म को रिलीज होने से रोक सकते है तो हम 100 करोड़ की आबादी वाले कायर है क्या जो ‘पद्मावती’ फिल्म नहीं रूकवा सकते।
आइए डालते है विवाद पर एक नजर
श्री राजपूत करणी सेना के लोकेन्द्र सिंह ने कहा, यदि एक दिसंबर को पद्मावती रिलीज की जाएगी तो राजपूत संगठन भारत बंद का आयोजन करेंगे। रिलीज के दिन हम देशभर में रैलियां करें।
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यूपी में फिल्म शांति व्यवस्था के लिए खतरा- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शांति व्यवस्था बिगड़ने का हवाला देकर एक दिसंबर को फिल्म रिलीज न करने की मांग की है। योगी ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कहा, राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव तथा बारावफात को देखते हुए फिल्म का रिलीज होना शांति व्यवस्था के हित में नहीं होगा। साथ ही यूपी में निकाय चुनाव के लिए मतों की गिनती भी एक दिसंबर को ही होनी है।
कानून बनाने की मांग
मेवाड़ के पूर्व राज घराने के सदस्य लक्ष्य राज सिंह ने कहा है कि भारत सरकार को ऐसा क़ानून बनाना चाहिए ताकि भविष्य में फिल्म बनाने के नाम पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ न की जाए।
भंसाली के खिलाफ मुकदमा दर्ज
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में भंसाली के खिलाफ ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ के आरोप को लेकर केस दर्ज किया गया है। जबकि राजस्थान में एक मंत्री किरण माहेश्वरी ने भी पद्मावती का विरोध किया है। राजस्थान महिला आयोग ने भी सेंसर बोर्ड को चिट्ठी लिखा है।
करणी सेना के चीफ ने उत्तेजक बयान के साथ दी धमकी
वहीं करणी सेना के चीफ ने कहा कि दीपिका पादुकोण एक नाचने वाली है। फिल्म में राजपूत रानी की गलत छवि पेश की गई है। अगर फिल्म रिलीज हुई तो हम सिनेमाघर जला देंगे। ‘हम यह फिल्म नहीं देखना चाहते। किसने कहा कि हमें ये फिल्म देखनी है। भंसाली ने तीन मिनट का ट्रेलर जारी किया है। क्या हिंदुस्तान उसके बाप का है। हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। हम हमारी जान दे देंगे।’ उन्होंने कहा, जब तक फिल्म पूरी तरह से बैन नहीं हो जाती हम अपना विरोध जारी रखेंगे। यह हमारे राजपूत समाज की बेइज्जती है। इस फिल्म को दिखाने की कोई जरूरत नहीं है।
इन लोगों ने लिया पक्ष
पद्मावती पर करण जौहर ने अपना समर्थन जाहिर किया है। हालांकि उन्होंने एक बयान में मीडिया के सामने ज्यादा बोलने से इंकार करते हुए कहा कि मैं पद्मावती जैसे विवादित मामले पर बयान नहीं देना चाहता। इस पर मेरे ज्यादा कुछ बोलने से और बखेड़ा खड़ा हो सकता है।
मनसे ने भी किया सर्पोट
राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने फिल्म का सपोर्ट करते हुए एक बयान में कहा कि फिल्म देखे बिना पद्मावती का विरोध करना गलत है। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही एमएनएस पार्टी के अधिकारी फिल्म के रिलीज को लेकर उठे मुद्दे को लेकर संजय लीला भंसाली से बात कर सकते हैं।
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वही ‘पद्मावती’ के समर्थन में मुंबई के गोरेगांव स्थित फिल्म सिटी में 16 नवंबर को प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन की तारीख को खिसका दिया गया है। इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन एसोसिएशन अब 23 नवंबर को शाम 4 बजे से 4.15 के बीच 15 मिनट के लिए विरोध करेगा। इस दौरान पूरी तरह से शूटिंग रोक दी जाएगी और हर सेट पर लाइट्स बंद कर पद्मावती का समर्थन किया जाएगा।
दीपिका ने कहा हर हाल में रिलीज होगी फिल्म
वहीं फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रही दीपिका पादूकोण ने इन सब पर अफसोस जताते हुए कहा कि ‘एक महिला के रूप में मैं इस फिल्म का हिस्सा बनकर और इस कहानी को दुनिया को बताने के लिहाज से बेहद गर्व महसूस कर रही हूं। ये एक ऐसी कहानी है जिसे जरूर बताया जाना चाहिए। दीपिका ने सवाल किया, ‘हम एक राष्ट्र के रूप में कहां पहुंच गए हैं? ये डरावना है, ये बहुत डरावना है, हम आगे बढ़ने के बदले पीछे जा रहे हैं। हमारी अगर किसी को जवाबदेही है तो वह सिर्फ सेंसर बोर्ड को है और मैं जानती हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि इस फिल्म को रिलीज होने से कोई नहीं रोक सकता।
आखिर क्यों हो रहा है विरोध
आरोपों के मुताबिक़ फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी को महिमामंडित किया गया है। खिलजी और रानी पद्मिनी के बीच ड्रीम सीक्वेंस फिल्माया गया है। रानी पद्मावती को उस तरह दिखाया गया जैसा राजपूत या राज परिवारों में नहीं होता। घूमर डांस में भी राजपूत समाज की गलत प्रस्तुति हुई। कहा जा रहा कि पुरुषों के सामने रानियां डांस नहीं करती। हालांकि इन आरोपों पर संजय लीला भंसाली एक वीडियो जारी कर सफाई दे चुके है। वहीं सुप्रीम कोर्ट भी फिल्म पर रोक लगाने से इंकार कर चुका है।
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