आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.मसूद अहमद ने अपने एक बयान में यूपीकोका नाम लिए बिना योगी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि केवल नये-नये कानून बना देने से उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था में कोई सुधार सम्भव नहीं है और न ही अपराधों पर नियंत्रण सम्भव है।
उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण के कानूनों को राजनैतिक संरक्षण से बाहर रखा जाय। प्रदेश की पुलिस भी राजनैतिक हस्तक्षेप के फलस्वरूप अपराध नियंत्रण नहीं कर पाती है, क्योंकि अधिकांश अपराध सत्ता की छाया में होते हैं और कई बार पुलिस मूकदर्शक के रूप में कई बार असहाय नजर आती है। जनता का ध्यान भटकाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शासन सत्ता चलाना चाहते हैं।
डॉ. मसूद ने योगी की घोषणाओं पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश का किसान, नौजवान, मजदूर और मध्यम श्रेणी का व्यक्ति लगातार समस्याग्रस्त होता चला जा रहा है। बेरोजगार नौकरी की तलाश में दर-दर भटक रहा है और सरकार केवल यह घोषणा करके रह जाती है कि बहुत शीघ्र ही लाखों की तादात में नौकरियां आ रही हैं। अगर नौकरियां आ रही हैं भर्तियां हो रही हैं तो सवाल उठता है, क्या केवल सत्ता पक्ष के लोगो को गुपचुप तरीके से संतुष्ट किया जा रहा है।
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सच्चाई तो यह है कि वास्तविक धरातल पर न ही केन्द्र सरकार प्रदेश के युवाओं को संतुष्ट कर सकी और न ही देश के किसानों को। केंद्र के रास्ते पर ही प्रदेश सरकार भी चलकर केवल मन्दिर मस्जिद के माध्यम से समाज को बांटने का काम कर रही है जो प्रदेश हित में उचित नहीं है।