UP: 16 प्राइमरी टीचर बर्खास्त, मुकदमा भी दर्ज, BSA की कार्रवाई से हड़कंप

फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई
फाइल फोटो।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी में शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़े का मामला आया है, जिसके बाद मंत्री ने तुरंत विभाग के उच्च अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया। इसपर सीतापुर जिले में नौकरी पाने वाली 16 फर्जी प्राइमरी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। साथ ही उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा रही है। बीएसए की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।

बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के निर्देश पर सीतापुर में जिन 16 फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्त की गई है। उनमें बब्लू यादव को बगचन प्राथमिक विद्यालय में पढ़ा रहे थे। रंजना पुत्री सुरेश यादव शाहपुर प्राथमिक स्कूल में शिक्षिका थी। अभिषेक कुमार जमुनहां प्राइमरी स्कूल में टीचर थे। विनोद कुमार बन्नीराय प्राथमिक स्कूल में पढ़ा रहे थे।

इसके अलावा अरविंदकुमार चौखड़िया, गोपाल सिंह ततरोई, जीतेंद्र कुमार ढखिया कला, राहुल कुमार बांसी, अकबर शाह फखरपुर, प्रदीप कुमार यादव ईश्वरवाराय, प्रमोद कुमोर अमावां, भूपेंद्र सिंह अमिरिती और सुनील कुमार बिलरिया और ओमवीर सिंह बिचपरी प्राइमरी स्कूल में अध्यापन कार्य कर रहे थे। इनमें अधिकांश के टीईटी प्रमाण पत्र और मुख्‍य दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं।

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वहीं इस संबंध में बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि सरकार किसी भी स्थिति में फर्जीवाड़े को सहन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह अभियान और तेज होगा। शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का कोई स्थान नहीं है। जीरो टॉलरेंस नीति के तहत ऐसे सभी फर्जी नियुक्तियों की जांच कर कार्रवाई जारी रहेगी। भविष्य में भी जो कोई गड़बड़ी करेगा, उसे इसी तरह कठोर दंड मिलेगा।

मालूम हो कि यह फर्जीवाड़ा 12,460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत जुलाई 2024 में हुई नियुक्तियों में सामने आया। जांच में पाया गया कि 16 शिक्षकों ने फर्जी टीईटी प्रमाण पत्रों और अन्य कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर सरकारी नौकरी हासिल की थी।

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