आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की मौत का मुद्दा आज एक बार फिर चर्चा में आ गया है। अपना दल कमेरावादी ने रविवार को मार्च निकालते हुए सोनेलाल की न सिर्फ साजिशन हत्या किए जाने की बात कही है, बल्कि मौत की सीबीआइ जांच कराने की भी मांग उठाई है।
अपना दल कमेरावादी की नेता व सोनेलाल पटेल की बेटी पल्लवी पटेल के नेतृत्व में आज लालबाग स्थित पार्टी कार्यालय से हजरतगंज तक मार्च निकालते हुए नेता व कार्यकर्ताओं ने कहा कि सोनेलाल पटेल को न्याय तभी मिलेगा जब उनकी मौत की सीबीआइ जांच होगी।
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इस दौरान प्रदर्शनकारी हाथों में सोनेलाल पटेल का हत्यारा कौन? जस्टिस फॉर सोनेलाल पटेल व कुर्मी समाज को न्याय दिलाने वाले मसीहा की हत्या कैसे हुई जैसे सवाल उठाने वाले बैनर-पोस्टर हाथों में लिए हुए थे।
इस मौके पर पल्लवी पटेल ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं की डॉ. सोनेलाल पटेल की मौत की सीबीआइ जांच हो। साथ ही पूरे कमेरा समाज के साथ सरकार न्याय करने का एक ठोस रास्ता निकाले। पल्लवी ने यह भी कहा कि उन लोगों की मांग पूरी नहीं होने और सोने लाल पटेल व पूरे कमेरा समाज को न्याय दिलाने तक उन लोगों का संघर्ष लगातार चलता रहेगा।
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इसके साथ ही पल्लवी पटेल ने आज अपना दल कमेरावादी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल की भी जान को खतरा होने का अंदेशा जताया है। पल्लवी ने कहा कि पूर्व की घटना व सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए अपना दल कमेरावादी की राष्ट्रीय अध्यक्षा कृष्णा पटेल को जेड जेड श्रेणी की सुरक्षा सरकार प्रदान करें। पल्लवी ने इससे संबंधित एक मांग पत्र राष्ट्रपति के नाम भी भेजा है।
बताते चलें कि सोनेला पटेल ने ही साल 1995 में अपना दल की स्थापना की थी, लेकिन 2009 में हुए एक सड़क हादसे में उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी थीं। मौत के बाद अपना दल कमेरावादी की नेता और उनकी बेटी पल्लवी पटेल ने एक बार फिर आवाज उठाई है कि सोनेलाल पटेल की मौत के पीछे एक साजिश थी। वहीं सोनेलाल की मौत के कुछ समय बाद पार्टी भी दो हिस्सों में बट गई।