आरयू ब्यूरो
लखनऊ। सपा कार्यालय से लेकर यादव परिवार के घरों में आज दिनभर चली जोड़तोड़ की कई बैठकें आखिरकार फेल साबित हो गई। अपने चहेतों से लंबी मंत्रणा के बाद रात में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 235 विधानसभा के उम्मीदवारों की भारी भरकम लिस्ट जारी करते हुए पार्टी के प्रति एतिहासिक निर्णय लिया।
अखिलेश ने सपा की जीती हुई 171 जबकि हारी हुई सीटों में से 64 पर उम्मीदवार घोषित किये है। इस लिस्ट के साथ ही अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि बाकी सीटों पर भी जल्द ही उम्मीदवारों के नामों को फाइनल कर दिया जाएगा।
सपा के इस घमासान के बाद अब अगर कोई चमत्कारिक फैसला नहीं हुआ तो समाजवादी पार्टी का दो फाड़ होना तय है। कयास लगाया जा रहा है कि अखिलेश यादव नई पार्टी की घोषणा कर राहुल गांधी से हाथ मिलाकर विधानसभा चुनाव लड़ सकते है। इसके साथ ही वह निर्दलीय के रूप में भी अपनी किस्मत आजमा सकते है।
उल्लेखनीय है कि कल सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने 325 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी। इस दौरान उन्होंने तीन मंत्री व 46 वर्तमान विधायकों के टिकट काट दिये थे। टिकट कटने वालों में लगभग सभी अखिलेश यादव के समर्थक बताए जाते है।
फैसले से नाराज सीएम ने कल रात ही शिवपाल यादव की करीबी माने जाने वाली सुरभि शुक्ला को आवास विकास उपाध्यक्ष और उनके पति संदीप शुक्ला को निर्माण निगम के सलाहकार के पद से बर्खास्त कर संदेश दे दिया था कि आज कोई बात नहीं बनी तो वो रिश्तों का और लेहाज नहीं कर पाएंगे।
कल बड़े पैमाने पर टिकट मिलने ओर कटने के बाद आज सुबह से ही प्रदेश भर से सपा के तमाम बड़े नेता मुलायम सिंह, यादव, शिवपाल यादव व अखिलेश यादव से मिलने पहुंच रहे थे। जहां टिकट पाने वालों ने शिवपाल और मुलायम का आभार जताया। वहीं कटने वालों ने अपने प्रति नाराजगी की वजह भी पूछी।
दूसरी ओर टिकट कटने वालों ने सीएम से भी मुलाकात कर शिवपाल यादव व अमर सिंह के प्रति नाराजगी जताई। अखिलेश यादव ने करीबी विधायकों, मंत्रियों व विश्वासपात्र लोगों के साथ लंबी बैठक कर नई रणनीति बनाई है। जिसका पहला दांव चलते हुए अखिलेश ने नई लिस्ट जारी कर दी।