घरवाले कर रहे थे शादी की तैयारी, युवक ने फांसी लगाकर दे दी जान, सुसाइड नोट में लिखीं ये बातें

फांसी
शिरोमणि विश्वकर्मा। (फाइल फोटो)

आरयू संवाददाता, पीजीआइ। पीजीआइ इलाके की वृंदावन कॉलोनी के सेक्‍टर पांच में 25 वर्षीय एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। शुक्रवार को फंदे से युवक की कमरे में लाश लटकती देख परिजनों में कोहराम मच गया। घरवाले युवक की शादी करने की तैयारी कर रहे थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पीजीआइ पुलिस को छानबीन के दौरान मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें युवक ने अपनी मर्जी से जान देने समेत अन्‍य बातें लिखीं हैं। पुलिस शव को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही मामले की जांच कर रही है।

बताया जा रहा है कि वृंदावन कॉलोनी सेक्‍टर पांच निवासी वीरेंद्र कुमार विश्‍वकर्मा खनन विभाग के एक अधिकारी की कार चलाते हैं। जबकि चार बेटे में दूसरे नंबर का बेटा शिरोमणि विश्‍वकर्मा ऊर्फ बंटी प्राइवेट नौकरी कर रहा था। परिवारवालों के अनुसार शिरोमणि व उसकी बहन की शादी के लिए परिजन बातचीत कर रहे थे।

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रोज की तरह कल रात भी खाना खाने के बाद बंटी मकान के दूसरे तल पर बने अपने कमरे में सोने की बात कहकर गया था। आज सुबह काफी देर तक उसके नहीं उठने पर दादी बंटी को जगाने पहुंची तो कमरे में पंखे के कुंडे के सहारे रस्‍सी के फंदे से लाश लटकती देख उनकी चीख निकल गयी। घटना के बाद घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल था। परिजन जवान बेटे के जनलेवा कदम उठाने के पीछे की वजहें भी नहीं बता पा रहे थे। वहीं रोना-पीटना सुनकर मौके पर जुटे लोग युवक की मौत को प्रेम प्रसंग और शादी से जोड़कर देख रहे थे।

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सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पीजीआइ के एसआइ आशुतोष सिंह ने बताया कि बंटी शादी करने की घरवालें तैयारी कर रहे थे। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें उसने किसी को भी घटना के लिए दोषी नहीं बताते हुए लिखा है कि, मैं शिरोमणि विश्‍वकर्मा फांसी लगाकर मरने जा रहा हूं, मैं अपनी मौत का जिम्‍मेदार खुद हूं। किसी से कोई शिकायत नहीं है, मैं खुद मरना चाहता हूं।