कोरोना के बढ़ते खतरे पर हाई लेवल बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने जनता को दी मास्‍क लगाने की सलाह

कोरोना के बढ़ते खतरे
बैठक करते अधिकारीगण।

आरयू वेब टीम। चीन समेत कुछ देशों में एक बार फिर सिर उठा रहे कोरोना वायरस के खतरे को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में आज उच्च स्तरीय बैठक हुई। इसके बाद मंडाविया ने कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है। सभी संबंधित पक्षों को इसे लेकर सतर्क व सावधान रहना है। उधर, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना टीकों की तीसरी या ऐहतियाती खुराक अनिवार्य है। इसे सभी को लेना चाहिए। भीड़भाड़ वाली जगह मास्क पहने की सलाह भी दी गई है।

बैठक के बाद मंडाविया ने ट्वीट कर कहा, ‘कुछ देशों में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए हमने विशेषज्ञों व अधिकारियों के साथ देश में हालात की समीक्षा की। कोविड अभी गया नहीं है। सभी संबंधित पक्षों को निर्देश दिया गया है कि वे सतर्क रहें और निगरानी को मजबूत करें। हम किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार हैं।’

बैठक में शामिल नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि देश के सिर्फ 27-28 फीसदी लोगों ने अभी कोरोना टीकों की ऐहतियाती या तीसरी खुराक लगवाई है। हम अन्य सभी से, खासकर बुजुर्गों से अपील करते हैं कि वे यह डोज लें। यह खुराक अनिवार्य है और सभी के लिए निदेर्शित है।

उन्‍होंने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि भीड़भाड़ में मास्क लगाना है और सोशल डिस्टेन्सिंग की एडवाइजरी का ख्याल रखना है। सीनियर सिटीजन को खास ख्याल रखना है। बुजुर्ग मास्‍क का सबसे ज्‍यादा ख्‍याल रखें। मास्क अनिवार्य है। अगर जरूरत होगी तो गाइडलाइंस को इम्प्रूव किया जाएगा, फ‍िलहाल कोरोना को लेकर जो मौजूदा गाइडलाइंस हैं, उसमें कोई चेंज नहीं किया गया है।

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इस बीच, कोरोना के पॉजिटिव मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग फिर से शुरू की गई है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद दिल्ली सरकार के लोकनायक और आईएलबीएस अस्पताल में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पाजिटिव सैंपलों को जुटाया जा रहा है। लोकनायक अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने मीडिया को बताया कि पॉजिटिव सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग की दैनिक आधार पर जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी। इससे पता चल पाएगा की कोरोना का कोई नया वैरिएंट तो नहीं पनप रहा है।

इससे पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. भारती पवार ने बताया कि मंगलवार को जीनोम सीक्वेंसिंग को लेकर गाइड लाइन जारी की गई थी। आज बैठक आयोजित कर देश में हालात की समीक्षा हुई। बैठक में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल, कोविड-19 वर्किंग ग्रुप एनटीएजीआई के प्रमुख डॉ. एन.के. अरोड़ा, डीजी-आईसीएमआर डॉ. राजीव बहल, जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. राजेश गोखले और डीजीएचएस स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय डॉ. अतुल गोयल शामिल हुए।

एयरपोर्ट पर रेंडम जांच

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बार फिर से रेंडम जांच की जाएगी। सूत्रों की माने तो कोरोना प्रभावित देशों से आ रहे लोगों की अनिवार्य रूप से जांच की जाएगी। इसमें देखा जाएगा कि किसी भी यात्री में कोई लक्षण तो नहीं। यदि किसी में लक्षण पाए जाते हैं तो उसे क्वारंटाइन कर दिया जाएगा। पिछले कुछ दिनों के कोरोना आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो पिछले हफ्ते संक्रमण के चलते भारत में 12 मौतें दर्ज की गई हैं। मार्च 2020 के बाद दैनिक मृत्यु के मामले में यह सबसे कम है। कोरोना के मामलों की बात करें तो पिछले सप्ताह कोरोना के 1103 नए मामले दर्ज किए गए है।

ओमिक्रॉन के बीएफ.7 का कहर

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि चीन में फिलहाल बढ़े मामलों के लिए ओमिक्रॉन BF.7 सब-वैरिएंट जिम्मेदार है। वहां अगले तीन माह में तीन कोरोना लहरें आने का खतरा है। इससे 80 करोड़ लोग संक्रमित हो सकते हैं और दस लाख से ज्यादा मौतों की आशंका जताई गई है।

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