कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार के पास नहीं है कोई योजना, प्रधानमंत्री ने भी कर दिया आत्मसमर्पण: राहुल गांधी

आत्मसमर्पण
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। लद्दाख की गलवान घाटी में चीन से हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत व देश में बढ़ते कोरोना वायरस कहर को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं। शनिवार को राहुल ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामले पर सवाल खड़ा किया। उन्‍होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास कोरोना से निपटने के लिए कोई योजना नहीं है।

राहुल गांधी ने आज सोशल मीडिया के माध्‍यम से ट्वीट कर कहा कि ‘कोरोना वायरस देश के नए हिस्सों में तेजी से फैल रहा है। भारत सरकार के पास इससे निपटने का कोई प्लान नहीं है। प्रधानमंत्री खामोश हैं। उन्होंने महामारी के सामने आत्मसमर्पण और इससे निपटने से इंकार कर दिया है।’

राहुल गांधी ने कोरोना वायरस के मसले पर मोदी सरकार पर ऐसे समय निशाना साधा जब देश में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा भी पांच लाख से ज्यादा हो चुका है। वहीं प्रधानमंत्री मोदी कह चुके हैं कि पता नहीं इस बीमारी से कब निजात मिलेगी।

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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार कार्यक्रम’ की लॉन्चिंग में कहा था कि पता नहीं कोरोना से कब निजात मिलेगी। कोरोना संकट पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आगे भी किसी को नहीं पता कि इस बीमारी से कब मुक्ति मिलेगी। इसकी एक दवाई हमें पता है। ये दवाई है दो गज की दूरी है। ये दवाई है- मुंह ढकना, फेसकवर या गमछे का इस्तेमाल करना। जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बनती, हम इसी दवा से इसे रोक पाएंगे।

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