आरयू ब्यूरो, लखनऊ। गुरुवार को साइकिल यात्रा निकालने से पहले योगी सरकार को विज्ञापन, भ्रष्टाचार, फर्जी एनकाउंटर व कालाबाजारी में नंबर वन बताने वाले अखिलेश यादव के बयान के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने सपा मुखिया पर पलटवार किया है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दरअसल सपा मुखिया अभी भी अपने मुख्यमंत्रित्व काल में ही अटके हैं, इसलिए अपने असफलता के आंकड़ों को आज गिना रहे हैं। आंखों से झूठ व नकारात्मकता का चश्मा निकाल कर देखेंगे तो उन्हें दिखेगा कि आज यूपी कानून व्यवस्था, निवेश, सामाजिक सुरक्षा, किसानों के हित, विकास, इन्फ्रास्ट्रक्चर, बिजली से लेकर हर क्षेत्र में पहले पायदान पर खड़ा है।
साथ ही स्वतंत्र देव ने अखिलेश के सपा अध्यक्ष बनने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि सपा मुखिया ने पिता-चाचा के खून-पसीने से बनी विरासत को उन्होंने हड़प लिया है। अब सपा अध्यक्ष कह रहें हैं कि वह समाजवादी नेता और चिंतक जनेश्वर मिश्रा के रास्ते पर चल रहे हैं, लेकिन जो व्यक्ति अपने पिता के नक्शेकदमों पर नहीं चल पाया वह जनेश्वर मिश्रा, जिनको खुद मुलायम सिंह यादव अपना राजनीतिक गुरु मानते थे, उनके रास्ते पर कैसे चल सकता है।
जंग लगी पंचर साइकिल से नहीं जीती जाती रेस
अखिलेश की चार सौ सीट जीतने वाले बयान पर स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा अध्यक्ष कुर्सी का कोरा स्वप्न देख रहे हैं। सपा सरकार की अराजकता, गुंडागर्दी व भ्रष्टाचार और सत्ता में बाहर रहने के बाद विपक्ष के तौर पर उनकी अकर्मण्यता व नकारात्मकता को जनता ने इतने गहरे से महसूस किया है कि वह सपा को सत्ता से सदैव बाहर रखने का मन बना चुकी है। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष शायद भूल गये कि पिछले दो सालों में उनकी साइकिल में खड़े-खड़े जंग लग गयी है और जंग लगी पंचर साइकिल से रेस नहीं जीती जाती।
कोविड जैसी आपदा में जनता की मदद के लिए हाथ बढ़ाने के…
प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि जनता ने सपा को नकार दिया तो सपा अध्यक्ष घर में बैठ गए। कोविड जैसी आपदा में जनता की मदद के लिए हाथ बढ़ाने के बजाय केवल ट्विटर पर सरकार के जनहित के कामों पर सवाल करते रहे। जब भाजपा के कार्यकर्ता से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ तक जिले-जिले जाकर जनता का दुख-दर्द बांट रहे थे, तब सपा मुखिया घर में बैठकर वैज्ञानिकों की मेहनत व विजन का यह कहकर अपमान कर रहे थे कि वे भाजपा की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। इतना ही नहीं जब प्रदेश की पुलिस आतंकियों से लोहा लेकर उनके मंसूबे ध्वस्त कर रही थी तो सपा मुखिया आतंकियों के पक्ष में खड़े होकर पुलिस व सेना की नीयत पर सवाल कर रहे थे।
लाखों की साइकिल पर निकले हैं ‘वॉक’ पर
अब जब योगी सरकार की अथक मेहनत से कोविड की दूसरी लहर पर नियंत्रण किया जा चुका है तो घर में बैठे-बैठे उब गए तो समाजवाद का मुखौटा लगाकर सपा मुखिया लाखों की साइकिल पर ‘वॉक’ पर निकले हैं। उनके लिए राजनीति केवल पर्यटन व जनता का दुख-दर्द मनोरंजन है। यही वजह है कि जब मुजफ्फरनगर दंगे के पीड़ित ठंड में ठिठुर रहे थे तो सपा मुखिया मुख्यमंत्री रहते हुए सैफई में नाच करा रहे थे, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी इनको आइना दिखाया।
अभी भी भाजपा के साथ है जनता का आशीर्वाद
अखिलेश पर हमला जारी रखते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा जनता सपा के भ्रष्टाचार, आतंकवाद को उनके खुले समर्थन, गुंडागर्दी को उनके सरंक्षण और अराजक सोच को भली-भांति समझ चुकी है। जनता सुशासन, विकास, सामाजिक सुरक्षा, राष्ट्रीय गौरव की सोच, उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए अग्रसर ईमानदार नेतृत्व के साथ खड़ी है। उसने पहले भी इसीलिए भाजपा को आशीर्वाद दिया है, अभी भी जनता का आशीर्वाद भाजपा के साथ है। 2022 में भी जनता भाजपा को विजयश्री का आशीर्वाद देकर विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाएगी।