आश्रय गृह में हुई 14 मौतें पर स्वाति मालीवाल का दिल्ली सरकार पर आरोप, स्वास्थ्य समस्याओं व कुपोषण से मरे कैदी

स्वाति मालीवाल
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। राजधानी दिल्ली के रोहिणी इलाके में बने आशा किरण शेल्टर होम में 14 की लोगों की मौत हो गई। इसकों लेकर आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार पर हमला बोला है। साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि कैदियों की मौत स्वास्थ्य समस्याओं और कुपोषण के कारण हुई। मालीवाल ने कहा कि पिछले 20 दिनों में दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आशा किरण आश्रय गृह में 14 मौतें हुई हैं। कारण अभी तक ज्ञात नहीं हैं। जब मैं डीसीडब्ल्यू में थी, तो मैंने यहां की स्थिति का निरीक्षण किया था। यहां स्थिति बहुत खराब है क्योंकि यहां न तो उचित स्टाफ है और न ही उचित डॉक्टर हैं।

स्‍वाती मालीवाल ने ये भी आरोप लगाया कि उन्होंने पहले एक रिपोर्ट दायर की थी जो दिल्ली सरकार को सौंपी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने इस मुद्दे को उठाने और एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए कहा कि हमने उस समय एक रिपोर्ट बनाई और इसे दिल्ली सरकार को सौंप दिया, लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में भी उठाएंगी। दिल्ली सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य सुविधा में हाल ही में हुई मौतों की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए।

यह भी पढ़ें- स्वाति मालीवाल केस में बिभव कुमार को राहत नही, 22 जून तक बढ़ी न्यायिक हिरासत

वहीं दिल्ली की मंत्री आतिशी ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को 48 घंटे के भीतर मामले की रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया। टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई की दूसरी छमाही में दस महिलाओं सहित 12 रोगियों की मृत्यु हो गई, जिसमें 45 से अधिक कैदी थे, जो असामान्य रूप से बड़ी संख्या में बाहरी उपचार के लिए भेजे गए थे। हालांकि, 12 में से केवल एक शव ही शव परीक्षण के लिए प्राप्त हुआ था। सभी मृतक रोगियों में दस्त और उल्टी के समान लक्षण प्रदर्शित हुए और कैदियों के शवों को आमतौर पर डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल भेजा गया, जो सुविधा से दो किमी दूर है, जहां उन्होंने बीमार कैदियों का इलाज भी किया।

यह भी पढ़ें- स्वाति मालीवाल से बदसलूकी मामले पर AAP ने तोड़ी चुप्पी, संजय सिंह ने कहा होगी सख्त कार्रवाई