आरयू वेब टीम। तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी को बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय की छापेमार कार्रवाई का सामना करना पड़ा। ईडी के अधिकारियों को देखते ही बिजली मंत्री सेंथिल की तबीयत बिगड़ गई और ईडी अधिकारियों के सामने ही वे जोर-जोर से रोने लगे। बुधवार तड़के छापेमारी पूरी करने के बाद बिजली मंत्री वी. सेंथिल को पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर रवाना हुई, लेकिन तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में जांच के लिए ले जाया गया है।
चेन्नई स्थित तमिलनाडु गवर्नमेंट मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने जानकारी दी है राज्य मंत्री सेंथिल बालाजी की आज कोरोनरी एंजियोग्राम हुई। जल्द से जल्द बाईपास सर्जरी की सलाह दी गई है। इस गिरफ्तारी पर तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री पोनमुडी ने कहा कि यह बदला लेने वाली कार्रवाई है। हम सारी चीज़ों का सामना करेंगे। केंद्र सरकार गैर भाजपा राज्यों में गलत काम कर रही है। उन्होंने पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, दिल्ली में यह किया और अब यह तमिलनाडु में कर रही है। हम इसका सामना करेंगे।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने आरोप लगाया है कि रात दो बजे तक वे उस पर दबाव बनाते रहे और फिर उसे अस्पताल ले गए। अब वह आइसीयू में भर्ती हैं। उसके यह कहने के बाद भी कि वह जांच में सहयोग करेगा, उन्होंने उसे प्रताड़ित क्यों किया? जिन लोगों ने इन अधिकारियों को भेजा, उनके गलत इरादे हम साफ देख सकते हैं। उन्होंने अमानवीय तरीके से काम किया। भाजपा की इस तरह की धमकी से डीएमके नहीं डरेगी। लोग उन्हें 2024 में सबक सिखाएंगे।
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वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी की देर रात गिरफ्तारी की निंदा की। उन्होंने कहा, “यह मोदी सरकार द्वारा इसका विरोध करने वालों के ख़िलाफ़ राजनीतिक उत्पीड़न और प्रतिशोध के अलावा और कुछ नहीं है। विपक्ष इस तरह के कदमों से नहीं डरेगा।”
गौरतलब है कि कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में डीएमके नेता के वी. सेंथिल के करूर स्थित आवास और राज्य सचिवालय स्थित उनके कार्यालय पर ईडी के अधिकारियों ने दिनभर छापेमार कार्रवाई की। साथ ही करूर में उनके भाई और एक करीबी सहयोगी के ठिकानों पर भी प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी कार्रवाई की है।