आरयू वेब टीम। ‘आज आप जितना खुश हूं मैं भी उतना खुश हूं। मुझे भरोसा है कि आपने तेजपुर में रहते हुए, इस यूनिवर्सिटी में जो सीखा है, देश की प्रगति और प्रदेश की प्रगति को गति व ऊंचाई देगा। इस भरोसे की कई वजह भी हैं। पहला तेजपुर के इस ऐतिहासिक स्थान से मिलने वाली प्रेरणा। दूसरा विश्वविद्यालय में आपका काम बहुत उत्साह जगाने वाला है। तीसरा पूर्वी भारत के सामर्थ्य पर, राष्ट्र निर्माण के लिए यहां के लोगों के प्रयासों पर मेरा ही नहीं देश का भी अटूट विश्वास है।’
उक्त बातें शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के तेजपुर विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कही। साथ ही विश्वविद्यालय के छात्रों को शिक्षा का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि आज 1200 से ज्यादा छात्रों के लिए जीवन भर याद रहने वाला क्षण है। आज से आपके करियर के साथ तेजपुर विश्वविद्यालय का नाम हमेशा के लिए जुड़ गया है। इस दौरान मोदी ने अपने भाषण में छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के संघर्ष की दास्तां भी सुनाई।
पीएम ने आगे कहा, ‘हमारा देश इस वर्ष अपनी आजादी के 75 साल में प्रवेश कर रहा है। सैकड़ों वर्षों की गुलामी से मुक्ति दिलाने के लिए असम के अनगिनत लोगों का योगदान रहा। अब आपको नए भारत के लिए, आत्मनिर्भर भारत के लिए जी करके दिखाना है। जीवन को सार्थक करके दिखाना है। अब से लेकर भारत की आजादी के 100 वर्ष पूरे होने तक यह 25-26 साल आपने जीवन के भी स्वर्णिम पल हैं। अगर 100 साल पहले का थोड़ा सा स्मरण करें तो आप ही की उम्र के लोगों के क्या करते थे, तो आपको आगे क्या करना है ये सोचने में देर नहीं लगेगी। यह आपके लिए गोल्डन पीरियड है। तेजपुर का तेज पूरे भारत और पूरे विश्व में फैलाइये।’
विकास में जुटी सरकार…
मोदी ने आगे कहा कि, ‘हमारी सरकार आज जिस तरह नार्थ ईस्ट के विकास में जुटी है, जिस तरह कनेक्टिविटी, शिक्षा और स्वास्थ्य हर सेक्टर में काम हो रहा है, उससे आपके लिए अनेकों नई संभावनाएं बन रही हैं। इन संभावनाओं का पूरा पूरा लाभ उठाइए। आपके प्रयास ये बताते हैं कि आपमें क्षमता भी और नया करने का सामर्थ भी है। तेजपुर विश्वद्यालय की एक पहचान अपने इनोवेशन सेंटर के लिए भी है। आपके ग्रास रूट इनोवेशन वोकल फॉर लोकल को भी नई ताकत देते हैं। ये इनोवेशन स्थानीय समस्याओं को सुलझाने में काम आ रहे हैं, जिससे विकास के नए द्वार खुल रहे हैं।’
ऑस्ट्रेलिया में भारत की ऐतिहासिक जीत
पीएम ने कहा कि हर चुनौती, हर समस्या से निपटने का हमारे देश के युवा का अंदाज अब कुछ हटकर है। इसका एक ताजा उदाहरण हमने क्रिकेट की दुनिया में देखा है। बहुत से लोगों ने भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज को देखा होगा। इस हमारी टीम के सामने कई चुनौतियां आईं। हमारी पहले बहुत बुरी हार हुई, लेकिन फिर उतनी ही तेजी से उभरे भी। चोट लगने के बावजूद हमारे खिलाड़ी मैच बचाने के लिए मैदान पर डटे रहे। चैलेंजिंग कंडिशंस में निराश होने के बजाय हमारे युवा खिलाड़ियों ने चैलेंज का सामना किया। कुछ खिलाड़ियों को अनुभव भले ही कम था, लेकिन हौसला उतना ही बुलंद दिखा। उन्हें जैसे ही मौका मिला, इतिहास बना दिया।