आरयू वेब टीम। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री को भी गृह मंत्रालय ने वाइ कैटेगरी की सुरक्षा दी है। कहा जा रहा है कि इंटेलिजेंस ब्यूरो के थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने विवेक को ये सुरक्षा दी है। जिसके बाद पूरे भारत में विवेक अग्निहोत्री जहां भी जाएंगे, उनके साथ सीआरपीएफ के जवान मौजूद रहेंगे।
वाइ कैटेगरी की सुरक्षा में कुल आठ सुरक्षाकर्मी शख्स की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाते हैं। इसमें जिस वीआईपी को सुरक्षा दी जाती है, उसमें पांच आर्म्ड स्टैटिक गार्ड उसके घर पर लगाए जाते हैं। साथ ही तीन शिफ्ट में तीन पीएसओ सुरक्षा प्रदान करते हैं।
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विवेक अग्निहोत्री ने कश्मीरी पंडितों पर हुए जुल्म और उनके घाटी से पलायन की कहानी को अपनी फिल्म में दिखाया है। ‘इस फिल्म पर सियासत भी गरमाई हुई है। नेता-राजनेता बयानबाजी कर रहे हैं, तो वहीं कई लोग इस फिल्म का विरोध भी कर रहे हैं। ऐसे में विवेक अग्निहोत्री और फिल्म के स्टार्स को काफी कुछ सुनने को मिल रहा है।
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फिल्म जरिए देश में प्रेम से रह रहें हिंदू-मुस्लिमों के बीच नफरत भरी जा रही
विरोध करने वालों का कहना है कि फिल्म में सिर्फ एक पक्ष को दिखाकर लोगों का भड़काने की कोशिश की गयी है, जबकि किन सत्ताधारी नेताओं के करतूतो के चलते ऐसी नौबत आई उसे भी नहीं फिल्माया गया है, लोग फिल्म को साल 2024 के लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर देख रहें हैं, काफी लोगोंं का यह भी मानना है कि कश्मीरी पंडितों के साथ आज तक इंसाफ नहीं किया गया है, सिर्फ एक फिल्म जरिए देश में प्रेम से रह रहें हिंदू-मुस्लिमों के बीच नफरत भरी जा रही है, जिसकों हवा देकर नफरत की राजनीतक करने वाले पार्टी वोट में बदल लेगी।
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इस बीच एक्टर नाना पाटेकर ने भी ‘द कश्मीर फाइल्स’ विवाद पर कहा कि बेवजह बखेड़ा खड़ा करना गलत बात है। भारत के हिन्दू और मुस्लिम को एक दूसरे की जरूरत है। सभी को अमन और शांति से रहने की जरूरत है। ऐसे में एक फिल्म की वजह से इतना बड़ा विवाद खड़ा होना सही बात नहीं है। फिल्म की वजह से समाज के दो टुकड़े हो, ऐसे समाज में दरारें डालना ठीक नहीं है।