आरयू वेब टीम। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के भाव में लगातार छठे दिन रविवार को भी बढ़ोतरी की। कीमत बढ़ने की वजह से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुराने पेट्रोल पंपों पर प्रीमियम पेट्रोल की बिक्री बंद हो गई। प्रीमियम पेट्रोल का दाम देश मेंं पहली बार 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर पहुंच गया। वहीं पेट्रोल पंप की पुरानी मशीनों में तीन डिजिट के दाम डिस्प्ले ही नहीं हो पा रहे थे। जानकारी के मुताबिक, अगर सादा पेट्रोल का दाम भी 100 रुपये लीटर तक पहुंचा तो कई पेट्रोल पंप बिक्री बंद कर देंगे।
दाम बढ़ने से मुंबई में पेट्रोल 95 रुपये प्रति लीटर के ऊपर पहुंच गया है। अब दिल्ली में पेट्रोल 88.73 रुपये/लीटर और डीजल 79.06 रुपये/लीटर हो गया है। मुंबई में पेट्रोल के भाव बढ़ कर 95.21 रुपये प्रति लीटर और 86.04 रुपये प्रति लीटर के रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। चेन्नई में अब पेट्रोल 90.96 रुपये प्रति लीटर और डीजल 84.16 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं कोलकाता में पेट्रोल 90.01 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.65 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
वहीं दिल्ली में अगर पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये या इससे ऊपर पहुंचती है, तो क्या लोगों को पेट्रोल मिलने में कोई परेशानी होगी? पेट्रोल पंपों पर लगी मौजूदा मशीनों में क्या इस तरह की सुविधा है कि वह थ्री डिजिट के रेट भी डिस्प्ले कर सके? लोगों के साथ कोई धोखाधड़ी तो नहीं होगी? इस तरह की तमाम समस्याओं का निवारण करने के लिए दिल्ली के पेट्रोल पंप मालिकों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिससे कि अगर दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें सौ रुपये प्रति लीटर पहुंचे तो किसी पेट्रोल पंप से लोगों को तेल मिलने में कोई परेशानी ना होने पाए।
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इस मामले में ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स असोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल का कहना है कि दिल्ली में तीनों कंपनियों के 398 पेट्रोल पंप हैं। वैसे, अधिकतर में नई मशीनें लगी हुई हैं, लेकिन कुछ पंपों पर पेट्रोल की कीमतें थ्री डिजिट में पहुंचने पर समस्या सामने आ सकती है। इनमें सबसे बड़ी समस्या होगी तेल की कीमतों का मशीनों में ठीक से डिस्प्ले ना होना। हालांकि, जिन पंपों पर नई डिजिटल डिस्पेंसर लगे हैं। वहां यह समस्या नहीं आएगी, लेकिन जिन पंपों पर पुरानी मशीनें लगी हुई हैं। वहां तेल की कीमतें थ्री डिजिट में पहुंचने पर कुछ समस्या आ सकती है।
क्योंकि पुरानी मशीनों में कीमतों के लिए चार ब्लॉक दिए गए हैं। इनमें पहले दो ब्लॉक में रुपये डिस्प्ले होते हैं और बाद में दो ब्लॉक में पैसे। अब अगर कीमतें थ्री डिजिट में पहुंच गईं तो पहले तीन ब्लॉक हमें रुपयों के लिए रिजर्व करने पड़ेंगे और अंतिम चौथा ब्लॉक पैसे का होगा। ऐसे में थोड़ी प्रॉब्लम आ सकती है। लेकिन कीमतों की वजह से डिस्पेंसर काम करना बंद देंगे, ऐसा नहीं होगा।
दिल्ली पेट्रोल डीलर्स असोसिएशन के जॉइंट सेक्रेटरी बिबेक बनर्जी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उन्होंने तो अपने पेट्रोल पंप पर इसका ट्रायल करके भी देखा है। ताकि पहले ही इस बात का पता लग जाए कि अगर कीमतें थ्री डिजिट में पहुंचती हैं तो किस तरह की समस्या सामने तो नहीं आ सकती है। इसमें उन्होंने एक तेल डिस्पेंसर में तेल की कीमतें 160 रुपये प्रति लीटर करके तेल निकाला। ट्रायल में तो कहीं कोई दिक्कत नहीं आई। तेल का एक वैरियंट अभी भी 160 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। इसका दूसरी मशीन पर ट्रायल किया गया।