आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हाथरस जिले में दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बाद सवालों में घिरी यूपी पुलिस ने बुधवार को अपनी सफाई जारी की है। पुलिस ने कहा है कि चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार भी परिवारवालों की मर्जी से किया गया।
यूपी के एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि पीड़िता की मृत्यु मंगलवार सुबह हो गई थी। इसके बाद से बॉडी खराब हो रही थी। उन्होंने दावा किया कि बॉडी को हाथरस में लाने के बाद उनके परिवार वालों को राजी किया गया, जिसके बाद वे अंतिम संस्कार के लिए मान गए। उनकी सहमति मिलने के बाद देर रात उनकी मौजूदगी में मृतका के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
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उन्होंने कहा कि चारों आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, चूंकि अब पीड़िता की मौत हो चुकी है। इसलिए इस मामले में आरोपितों के खिलाफ धारा 302 भी लगाई जाएगी। फिलहाल उनके पास एफएसएल की रिपोर्ट नहीं आई है। उसे पढ़ने के बाद ही इस मामले में कोई कमेंट किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच के लिए गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जा चुका है। जल्द ही पूरा सच सामने आ जाएगा।
बता दें कि हाथरस में रहने वाली दलित लड़की 14 सितंबर को अपनी मां के साथ खेतों में घास काटने गई थी। तभी गांव के ही चार लड़कों ने उसे खेतों में खींचकर सामूहिक बलात्कार किया और मरा हुआ समझकर छोड़कर भाग गए।
सूचना मिलने पर परिवार के लोगों ने पहले उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उसकी हालत में सुधार न होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रैफर कर दिया गया। जहां उसने मंगलवार को दम तोड़ दिया। मृतका के परिजनों का आरोप है कि लाख मिन्नतों के बाद भी पुलिसवालों ने जबरन शव का दाहसंस्कार कर दिया।