आरयू वेब टीम।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान आज संपन्न हो गया। पश्चिम यूपी के 15 जिलों की कुल 73 सीटों पर रेकॉर्ड तोड़ 64.22 प्रतिशत वोटिंग हुई। इस दौरान 839 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला मतदाताओं ने ईवीएम में कैद किया। मतदाताओं ने आज वोटिंग के प्रति जबरदस्त जोश दिखाया। यहीं वजह रही कि सुबह से ही पोलिंग बूथ पर लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिली।
कई जगाहों पर यह हालात शाम पांच के बाद भी देखने को मिले। पिछली बार के पहले चरण की चुनाव की अपेक्षा में मतदान में काफी बढ़ोतरी हुई है। वोटिंग के दौरान छिटपुट घटनाओं के अलावा किसी बड़ी घटना का समाचार नहीं मिला है।
चुनाव आयोग के अनुसार पहले चरण में 2,96,906 उपद्रवियों की पहचान कर कार्रवाई की गई। इस दौरान 19.56 करोड़ रुपये नकद, करीब 14 करोड़ की 4.44 लाख लीटर शराब, ड्रग्स करीब 96.93 लाख रुपये के जबकि 14 करोड़ रुपये के सोना और चांदी जब्त किए गए।
पहले चरण में हापुड, बुलन्दशहर, अलीगढ, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज की कुल 73 सीटों पर मतदान हुआ। मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लम्बी-लम्बी कतारें देखी गयीं। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 61.04 प्रतिशत मतदान हुआ था।
पहले चरण में विभिन्न पार्टियों के कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर थी। जिसमें से प्रमुख रूप से नोएडा सीट पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह, कैराना सीट से भाजपा सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका, मथुरा सीट से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा तथा कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर, सरधना सीट से भाजपा के चर्चित विधायक संगीत सोम, लक्ष्मीकांत वाजपेयी जैसे कई बड़े नाम शामिल है।
मेरठ से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार सरधना सीट से भाजपा विधायक संगीत सोम के भाई गगन सोम को फरीदपुर गांव स्थित मतदान केंद्र के पास पिस्टल ले जाने पर हिरासत में लिया गया। मेरठ में ही मंत्री शाहिद मंजूर के काफिले पर बसपा समर्थकों द्वारा पथराव किये जाने की खबर है। इसके अलावा कुछ अन्य मतदान केंद्रों पर भी हंगामे की खबरें हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बागपत शहर की बाघू कालोनी में दो समुदायों के बीच एक समुदाय को मतदान से रोकने की कोशिश किये जाने तथा मतदान पर्चियां छीने जाने पर आपस में पथराव तथा मारपीट हुई। इस घटना में 10 लोग घायल हो गये। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
बागपत के ही जिले के बडौत स्थित लोयन गांव में बूथ संख्या 35 पर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगा कि उन्होंने दलित मतदाताओं को रोका और उनकी मतदान पर्ची फाड़ दी। इस मामले में तीन कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
शामली में कुछ दबंगों द्वारा मतदाताओं को वोट डालने से रोके जाने की सूचना मिली है। पहले चरण के चुनाव में एक करोड 17 लाख महिलाओं समेत कुल दो करोड 60 लाख 17 हजार 81 मतदाता वोट डाल सकते थे। मतदान के लिये 14 हजार 514 केंद्र तथा 26 हजार 823 मतदान स्थल बनाये गये थे।
स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिये 826 कम्पनी केंद्रीय बल तथा पुलिस के 8011 उपनिरीक्षक, 4823 मुख्य आरक्षी तथा 60 हजार 289 आरक्षियों की तैनाती की गयी थी। इसके अलावा 2268 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 285 जोनल मजिस्ट्रेट तथा 429 स्टैटिक मजिस्ट्रेट भी तैनात किये गये थे।