यूपी विधानपरिषद की कार्यवाही 28 फरवरी तक के लिए स्थगित

विधान परिषद में योगी
विधान परिषद में बोलते योगी आदित्‍यनाथ।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी विधानमंडल का बजट सत्र जारी है। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने विधानपरिषद में विपक्ष के सवालों के जवाब दिए और राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सपा सदस्यों के व्यवहार पर विपक्ष को खरी-खोटी सुनाई। साथ ही कहा कि एक परंपरा चल पड़ी है कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान हंगामा करो।

साथ ही कहा कि सपा के लोगों का आचरण किसी तरह से लोकतांत्रिक नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने विपक्ष पर महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। आगे कहा कि अगर वहां इतनी अव्यवस्था होती तो क्या 60 करोड़ से अधिक लोग महाकुंभ में स्नान करने के लिए आते। दुनिया भर के लोग सनातन के आयोजन में हिस्सा लेने आ रहे हैं और सपा को लोग इसे लेकर भ्रम फैला रहे हैं।

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मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद विधान परिषद की कार्यवाही 28 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई। इस बीच कार्य मंत्रण समिति की बैठक होगी। इससे पहले नियम 105 के तहत विधान परिषद सदस्य ध्रुव त्रिपाठी ने शिक्षकों को पुरानी पेंशन देने पर विचार करने का मुद्दा उठाया। काफी बहस के बाद भी एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन देने पर निर्णय नहीं हो सका। उन्होंने नियमित अंशदान न काटने की भी बात कही।

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