आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी विधानसभा में बजट सत्र की कार्यवाही चल रही है और 5वें दिन सोमवार को सदन में बजट पर हो रही चर्चा के दौरान उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मुलायम सिंह यादव पर की गई एक टिप्पणी पर सपा नेता भड़क गए और हंगामा शुरू हो गया। डिप्टी सीएम के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के विधायक डिप्टी सीएम के खिलाफ नारेबाजी कर सदन में धरने पर बैठ गए और प्रश्न काल के दौरान वह लगातार नारेबाजी करते रहे।
सपा विधायकों डिप्टी सीएम की माफी पर अड़े रहे। सदन में भारी हंगामा और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के खिलाफ नारों की भाषा पर भाजपा सदस्य भी खड़े हो गए। वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने सपा सदस्यों को बाहर जाने को कहा, सपा विधायक समरपाल सिंह के पूछे सवालों के जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के द्वारा अतीत पर की गई एक टिप्पणी का उल्लेख सदन में किया।
वहीं विधानसभा में हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन दो बजे तक स्थगित कर दिया। सदन में हुए हंगामे पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा हंगामा खड़ा करना उनका काम है, मैं सदन में सबका सम्मान करता हूं और चाहता हूं सदन चले।
दरअसल सपा विधायक समरपाल सिंह के एक सवाल पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पूछा- नेताजी (मुलायम सिंह) का सम्मान तो बहुत किया। सपा वाले नेताजी की हर बात मानते हो, क्या वह बात भी मानेंगे। लड़कों से गलती हो जाती है। इसके बाद विधानसभा में सपा विधायकों ने जोरदार हंगामा किया। सतीश महाना ने मामले को शांत कराने की कोशिश की और कहा कि हर बात को निगेटिव मत लीजिए।
नेता जी रहे हैं सम्मानित व्यक्ति: माता प्रसाद
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय खड़े हो गए। उन्होंने कहा-नेता जी सम्मानित व्यक्ति रहे हैं। उनके लिए इस तरह की बात नहीं की जानी चाहिए। मंत्री जी ने जानबूझकर ऐसा बोला कि विवाद हो जाए। इसके बाद वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा कि सदन में किसी का नाम नहीं लिया गया। मुलायम सिंह सबके आदरणीय नेता हैं, किसी का नाम नहीं लिया गया है।