आरयू वेब टीम। अमेरिका की यात्रा भारत-अमेरिका साझेदारी की गहराई एवं विविधता को समृद्ध करने का एक अवसर होगी। दोनों देश मिलकर साझा वैश्विक चुनौतियों का अधिक मजबूती से सामना कर सकते हैं। वहीं विशेष निमंत्रण” दर्शाता है कि दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच यह साझेदारी कितनी अहम व मजबूत है।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अमेरिका और मिस्र की अपनी यात्रा से पहले जारी एक बयान में कही। साथ ही कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं और यह ‘‘विशेष निमंत्रण” दर्शाता है कि दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच यह साझेदारी कितनी अहम व मजबूत है।
दरअसल मणिपुर में हिंसा के बीच पीएम मोदी मंगलवार को अमेरिका के लिए रवाना हो गए। इसको लेकर विपक्ष समेत अन्य लोग प्रधानमंत्री की ओर जहां अलोचना कर रहें हैं वहीं आज भारत ने रवाना होने से पहले मोदी ने अपना तर्क देते हुए कहा कि राष्ट्रपति बाइडन और अन्य वरिष्ठ अमेरिकी नेताओं के साथ उनकी बातचीत द्विपक्षीय सहयोग के साथ-साथ जी20, क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) और आइपीईएफ (समृद्धि के लिए हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचा) जैसे बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग को मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी।
यह भी पढ़ें- 102 वीं मन की बात में बोले नरेंद्र मोदी, 2025 तक TB मुक्त टीबी मुक्त भारत बनाने की दिशा में कर रहें काम प्राकृतिक आपदाओं पर किसी का जोर नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर वाशिंगटन डीसी से काहिरा की यात्रा करेंगे। साथ ही कहा, ‘‘मैं एक करीबी और मित्र देश का पहला राजकीय दौरा करने को लेकर उत्साहित हूं।”
मैं मिस्र सरकार के वरिष्ठ सदस्यों के साथ बातचीत को उत्सुक हूं
नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि मैं हमारी सभ्यतागत और बहुआयामी साझेदारी को और गति प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति सीसी और मिस्र सरकार के वरिष्ठ सदस्यों के साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे मिस्र में ऊर्जावान भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करने का भी अवसर मिलेगा।