आरयू इंटरनेशनल डेस्क। अमेरिका के साथ चल रहे तनाव के बीच उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी मारक वाली क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया है। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने सोमवार को जानकारी देते हुए कहा कि क्रूज मिसाइल विकसित करने का काम बीते दो वर्षों से चल रहा था। डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) ने शनिवार (11 सितंबर) और रविवार (12 सितंबर) को नई तरह की लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों का सफल परीक्षण किया। इस मिसाइल परीक्षण के दौरान सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के नेता मौजूद थे।
इसके अलावा उत्तर कोरिया के रक्षा क्षेत्र से जुड़े अधिकारी और वैज्ञानिक मौजूद थे। इसकी जानकारी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने सोमवार को दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने केसीएनए की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों ने 7,580 सेकंड के लिए ओवल और पैटर्न-8 उड़ान कक्षाओं के साथ डीपीआरके की प्रादेशिक भूमि और पानी के ऊपर हवा में यात्रा की और लक्ष्य को निशाना बनाया है। मिसाइलों ने 1500 किमी दूर अपने लक्ष्य का सटीक भेदन किया।
सरकारी मीडिया के अनुसार, इस हथियार प्रणाली का विकास हमारे राज्य की सुरक्षा की ज्यादा मजबूती से गारंटी देने और डीपीआरके के खिलाफ शत्रुतापूर्ण ताकतों के सैन्य युद्धाभ्यास को मजबूती से रोकने के लिए एक रणनीतिक महत्व रखता है। लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल के विकास को पिछले दो सालों से वैज्ञानिक और विश्वसनीय हथियार प्रणाली विकास प्रक्रिया के अनुसार आगे बढ़ाया गया है और मिसाइल भागों के विस्तृत परीक्षण, इंजन ग्राउंड थ्रस्ट परीक्षण, विभिन्न उड़ान परीक्षण, नियंत्रण और रिपोर्ट के अनुसार मार्गदर्शन परीक्षण, वारहेड पावर परीक्षण आदि सफलतापूर्वक किए गए। उन्होंने कहा, कुल मिलाकर, हथियार प्रणाली के संचालन की दक्षता और व्यावहारिकता उत्कृष्ट होने की पुष्टि की गई।
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परीक्षण के दौरान राजनीतिक ब्यूरो के प्रेसिडियम के सदस्य और कोरिया की वर्कर्स पार्टी की केंद्रीय समिति के सचिव पाक जोंग चोन ने राष्ट्रीय रक्षा विज्ञान के क्षेत्र में कुछ प्रमुख अधिकारियों और वैज्ञानिकों के साथ परीक्षण-प्रक्षेपण देखा।रिपोर्ट में कहा गया है कि चोन ने राष्ट्रीय रक्षा विज्ञान के क्षेत्र में रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने, देश की युद्ध प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और युद्ध की रोकथाम के भव्य और दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा करने में उपलब्धियां हासिल करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
मालूम हो कि उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल परीक्षण ऐसे समय पर किया है जब 16 से 26 अगस्त तक दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने युद्धाभ्यास किया है। इस युद्धाभ्यास के दौरान उत्तर कोरिया भड़क गया था और उसने वॉशिंगटन तथा सोल पर क्षेत्र की सुरक्षा को ताक पर रखने का आरोप लगाया था। तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया को चेतावनी भी दी थी।