विजय माल्या को भारत वापस लाने में हो सकती है देरी, एक कानूनी मुद्दा सुलझना बाकी

विजय माल्या

आरयू वेब टीम। देश के बैकों का 9000 करोड़ रुपये का लोन लेकर विदेश भागेे विजय माल्या को वापस लाने में कुछ और देरी हो सकती है। भगोड़े विजय माल्या के भारत वापस लाने की प्रक्रिया में अभी कुछ और समय लग सकता है, क्योंकि इस दिशा में एक और कानूनी समस्या है जिसे सुलझाया जाना बाकी है। भारत में ब्रिटिश उच्चायोग ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी है,

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रवक्ता ने कहा, ‘यूनाइटेड किंगडम के कानून के हिसाब से यह मुद्दा जब तक नहीं सुलझ जाता, तबतक प्रत्यर्पण नहीं हो सकता। यह मुद्दा गोपनीय है और इसकी जानकारी नहीं दे सकते। हम इसका अनुमान भी नहीं दे सकते कि यह मामला सुलझाने में कितना वक्त लगेगा। हम इससे जल्दी से जल्दी निपटने की कोशिश कर रहे हैं।

ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय में विजय माल्या की वो याचिका खारिज हो गई थी, जिसमें उसने भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ गुहार लगाई थी। ब्रिटेन की अदालत ने उसके भारत प्रत्यर्पण के लिए 14 मई को आखिरी मुहर लगा दी थी। माल्या की याचिका खारिज होने के बाद उसके भारत लाए जाने का रास्ता साफ हो गया था, लेकिन अब ब्रिटेन के हाई कमीशन के मुताबिक जो जानकारी आई है उससे साफ है कि अभी विजय माल्या को भारत वापस लाए जाने में और समय लग सकता है।

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यहां बताते चलें कि देश के 17 बैंकों का करीब 9000 करोड़ रुपये का लोन चुकाए बिना किंगफिशर एयरलाइंस का मालिक विजय माल्या साल 2016 की दो मार्च को भारत छोड़कर विदेश भाग गया था। पिछले कुछ सालों से विजय माल्या ब्रिटेन में ही बसा हुआ है और उसके खिलाफ प्रत्यर्पण की कार्रवाई को लेकर भारतीय जांच एजेंसिया काम कर रही थीं। भारतीय एजेंसियों ने ब्रिटेन की कोर्ट से माल्या के प्रत्यर्पण के लिए लड़ाई लड़ी है।

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