आरयू ब्यूरो, लखनऊ/जौनपुर। जौनपुर में जनसभा के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने विरोधियों पर जमकर हमला बोला है। मंगलवार को बसपा प्रमुख ने कहा कि हमारी पार्टी कांग्रेस, भाजपा या एनी पार्टियों के गठबंधन के साथ न मिलकर अकेले चुनाव लड़ रही है। हमने बनारस मंडल में सभी समाज के लोगों को मौका दिया है। भीड़ के जबरदस्त जोश को देख कर भरोसा हो गया है कि पिछली बार से भी इस बार अच्छा प्रदर्शन दिखाएंगे।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस, भाजपा व अन्य दलों में आजादी के बाद से अधिकांश राज्यों में कांग्रेस की सरकार रही। इनकी गलत नीतियों के कारण इन्हें राज्यों से लेकर केंद्र तक की सत्ता से बाहर होना पड़ा। कांग्रेस की पहली सरकार में बाबा साहब लॉ मिनिस्टर थे। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू से कहा था कि एससी- एसटी को बराबर आरक्षण नहीं मिल रहा है, अति पिछड़े वर्ग के लोगों को भी आरक्षण मिलना चाहिए और आर्टिकल 340 के अनुसार आरक्षण देना चाहिए। उनकी मांग नहीं पूरी होने पर बाबा साहब ने इस्तीफा दे दिया।
साथ ही कहा कि कांग्रेस कहती है कि वो संविधान के खिलाफ नहीं हैं। सभी पार्टियां वोट की खातिर आरक्षण को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कर रही हैं। देश की जनता इस बात को समझ गई है कि अच्छे दिन के नाम पर प्रलोभन दिया गया है, जितना कहा उसका एक चौथाई काम भी नहीं किया। ये लोग पूंजीपतियों को और मालामाल करने, इन्हें विभिन्न मामलों में छूट देने और इन्हें बचाने में लगे हैं।
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मायावती ने कहा कि इलेक्टोरल बांड जैसे मामले सामने आ रहे हैं। कुछ दिन पहले जब सुप्रीम कोर्ट ने इस पर टिप्पणी की तो यह साफ हो गया कि भाजपा और कांग्रेस ने बड़े पूंजीपतियों से चुनाव लड़ने के लिए मोटी रकम ली है। बसपा ने किसी से भी कोई आर्थिक सहयोग नहीं लिया। बसपा थोड़ा-थोड़ा पैसा इकट्ठा कर अपना काम करती है। देश के किसान भाजपा के कारण हमेशा परेशान रहे हैं, जबकि हमारी पार्टी ने चारों हुकूमतों में इनका ख्याल रखा। इन्हें खेती के लिए संसाधन उपलब्ध कराए और फसल का अच्छा दाम दिया।