आरयू वेब टीम। हाल ही में संसद में पारित वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर सोमवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी के बाद यह विधेयक कानून बन गया। जिसपर सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस विधेयक पर चर्चा की मांग की। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस कानून पर चर्चा के लिए विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया, लेकिन स्पीकर ने इसे अस्वीकार कर दिया, जिससे सदन में हंगामा शुरू हो गया।
सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों ने विरोध स्वरूप विधानसभा अध्यक्ष के आसन के पास आने का प्रयास किया। स्पीकर ने नियमों का हवाला देते हुए कहा, “मामला न्यायालय में विचाराधीन है। हम इस पर चर्चा नहीं कर सकते।” भाजपा और एनसी ने सदन में नारेबाजी की। नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक तनवीर सादिक ने कहा कि उनकी पार्टी वक्फ अधिनियम का विरोध करती है। विधानसभा में विरोध प्रदर्शन के दौरान, एनसी विधायक हिलाल लोन और सलमान सागर ने वक्फ अधिनियम की प्रतियां फाड़ दीं। स्थिति तब और बिगड़ गई जब एनसी विधायक अब्दुल मजीद लारमी ने विरोध में सदन के पटल पर अपनी जैकेट फाड़ दी।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक तनवीर सादिक ने कहा कि उनकी पार्टी वक्फ अधिनियम का विरोध करती है। उन्होंने कहा, “इस विधेयक पर चर्चा कराने में कोई हिचकिचाहट नहीं है। हम इस विधेयक पर चर्चा चाहते हैं। जम्मू-कश्मीर एक मुस्लिम राज्य है। हम वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ हैं।” भाजपा विधायकों ने जवाब देते हुए कहा, “जब विधेयक पहले ही कानून का रूप ले चुका है, तो आप इस पर चर्चा क्यों चाहते हैं?” एनसी विधायकों ने अध्यक्ष से कहा, “जब तक आप स्थगन प्रस्ताव स्वीकार नहीं करते, हम चैन से नहीं बैठेंगे।”