आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की करीब ढाई वर्ष पुरानी योगी आदित्यनाथ सरकार का पहला विस्तार बुधवार को होने वाले है। इससे पहले ही योगी सरकार में वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने मंत्री मंडल से इस्तीफा दे दिया है। हांलाकि इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेश अग्रवाल ने दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य कारणों और बढ़ती उम्र को देखते हुए उन्होंने इस्तीफा सौंपा है। हालांकि अभी तक उनके इस्तीफे पर कोई फैसला हुआ है या नहीं इसकी जानकारी नहीं है। बताया ये भी जा रहा है कि अग्रवाल के अलावा चेतन चौहान, मुकुट बिहारी वर्मा, स्वाति सिंह, अर्चना पांडेय और अनुपमा जायसवाल ने भी इस्तीफा दे दिया है।
गौरतलब है कि 75 साल के राजेश अग्रवाल बरेली से लगातार बीजेपी विधायक रहे हैं। वे पार्टी के कद्दावर नेताओं में से एक हैं। अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि अब वे 75 वर्ष के होने जा रहे हैं। पार्टी की रीती-निति के अनुसार वे अपना त्याग पत्र बीजेपी नेतृत्व को दो दिन पहले ही सौंप चुके हैं।
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उन्होंने लिखा है कि उनकी जगह कुछ नए और योग्य चेहरों को काम करने का अवसर दिया जाए। साथ ही उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ पार्टी संगठन के लिए काम करते रहने की बात कही है।
राजेश अग्रवाल प्रदेश में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। वे 1993 से बरेली कैंट से लगातार सात बार विधायक रहे हैं। शुरुआती दौर में राजेश अग्रवाल संघ से जुड़े रहे फिर बीजेपी में शामिल हुए। वे लगातार छह बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं। मौजूदा सरकार में उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया था।