आरयू ब्यूरो, लखनऊ। गैंगरेप व हत्या जैसे संगीन मामलों के लिए बहुचर्चित जिला उन्नाव शुक्रवार को एक बार फिर राजधानी लखनऊ में उस समय चर्चा में छा गया, जब उन्नाव के एक परिवार ने विधानसभा के सामने पहुंचकर आत्मदाह की कोशिश की। हालांकि पहले से मौजूद हजरतगंज पुलिस ने परिवार के लोगों को काफी मशक्कत के बाद काबू कर बचाया। दबंगों की पिटाई से घायल परिवार के लोगों को पुलिस हजरतगंज कोतवाली ले गयी। जहां से आलाधिकारियों को घटना की जानकारी देने के साथ ही स्थानीय पुलिस ने परिवार की समस्या के संबंध मौरावां थाने को अवगत कराया।
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बताया जा रहा है कि उन्नाव के मौरावां थाना क्षेत्र निवासी किसान बलजीत शुक्रवार को पत्नी, मां, बच्चों और बहन साथ विधानसभा के सामने जान देने की नियत से पहुंचा था, हालांकि पुलिस की मुस्तैदी के चलते परिवार ऐसा नहीं कर सका।
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पीडि़त परिवार ने मीडिया को बताया कि उनकी जमीन पर संकठा सिंह जबरन कब्जा कर मकान बनवा रहा है। विरोध करने पर संकठा सिंह व मोहित सिंह समेत करीब एक दर्जन हमलावारों ने उनके घर के छह-सात लोगों को हॉकी-डंडे से पीटकर घायल कर दिया। सर पर वार करने के चलते उन लोगों को गंभीर चोटें आयीं हैं, हमलावारों ने उनके परिवार की नाबालिग बच्ची के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की, लेकिन शिकायत के बाद भी स्थानीय मोरावां थाने की पुलिस ने उचित कार्रवाई नहीं की है। हम लोगों को इंसाफ चाहिए।
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इस संबंध में डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने मीडिया को बताया कि पीड़ित परिवार जनसुनवाई के लिए आया थे। आत्मदाह के प्रयास की बात गलत है। उन्नाव पुलिस को बुलाया गया है और पीड़ित को करवाई का आश्वासन दिया गया है।