15 अप्रैल से दफ्तर में बैठेंगे मंत्री, मंत्रियों के साथ बैठक कर योगी ने लॉकडाउन के बाद की स्थिति से निपटने को बनाई रणनीति

श्रमिकों-कामगारों
बैठक करते सीएम योगी, फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। 15 अप्रैल से उत्‍तर प्रदेश में समाप्‍त हो रहे लॉकडाउन के बाद की स्थिति से निपटने के लिए रविवार की रात सीएम योगी ने अपने सरकारी आवास पर मंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक में डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या व दिनेश शर्मा समेत यूपी सरकार के 19 मंत्री मौजूद रहें।

बैठक में अहम बिंदुओं पर मंथन करने के बाद योगी सरकार ने 15 अप्रैल से मंत्रियों को उनके कार्यालय में बैठाने का निर्णय लिया है। इस दौरान कुछ उच्‍चाधिकारियों के अलावा चुनिंदा कर्मचारी भी कार्यालय पहुंचेंगे।

आज इस बात का निर्णय लेते हुए योगी सरकार ने निजी अस्पतालों में खास इलाज जैसी सुविधाएं शुरू करवाने के साथ ही खाने की वस्तुओं की ऑनलाइन डिलिवरी, निर्माण परियोजनाओं, ऑनलाइन रजिस्ट्री जैसे काम भी धीरे-धीरे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते शुरू करने का मन बनाया है। इसके लिए विभिन्न मंत्रियों की अध्यक्षता में कमेटियां बनाई गईं हैं।

जिसके तहत डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की कमेटी देखेगी कि निर्माण कार्य शुरू करते हुए कैसे एक्सप्रेस-वे व अन्य परियोजनाओं का काम बढ़ाया जाए। इसके लिए जहां श्रमिक मौजूद हैं, वहां काम शुरू कराया जाए।

वहीं यूपी की लगभग ठप हो चुकी शिक्षा व्‍यवस्‍था के संबंध में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की कमेटी काम करेगी। यह कमेटी इस बात पर फोकस करेगी कि अधिक से अधिक ऑनलाइन पढ़ाई यूपी में शुरू हो जाए।

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दूसरी ओर वित्‍त मंत्री सुरेश खन्‍ना को भी अहम जिम्‍मेदारी दी गयी है। सुरेश खन्‍ना की अध्‍यक्षता में बनी कमेटी संसाधन बढ़ोतरी के काम जोर देगी। साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे से बचते हुए ऑनलाइन रजिस्ट्री, रेस्‍टूरेंट फूड सप्‍लाई समेत अन्‍य आनलाइन सेवाओं को चालू कराने के लिए काम करेगी। इस कमेटी में कैबिनेट मंत्री सिर्द्धानाथ सिंह व सतीश महाना भी शामिल होंगे। कमेटी यह काम भी देखेगी कि कौन से बड़े उद्योग व एमएसएमई उद्योग खोले जा सकते हैं।

इसके अलावा कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की कमेटी किसानों की समस्याएं, गेहूं खरीद, व समर्थन मूल्य दिलाने जैसे काम करेगी। जबकि मेडिकल कालेज, निजी कालेजों व अस्पतालों में डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ की सुरक्षा और डायलिसिस, रेडियो थेरेपी, जैसे इलाज शुरू कराने का काम स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह की कमेटी देखेगी। वहीं जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह की कमेटी राज्य में पेयजल संकट को दूर करेगी।

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श्रम कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की अध्‍यक्षता में बनीं कमेटी श्रमिकों के हित के लिए, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री की कमेटी छात्रवृत्ति व पेंशन का काम, ग्राम्य विकास मंत्री मोती सिंह की कमेटी ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन की कमेटी शहरों में सफाई व स्वच्छता का काम देखेगी।

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बैठक के बाद सीएम योगी ने कहा कि लॉकडाउन के बाद आज कैबिनेट स्तर के 19 मंत्रियों के साथ बैठक की गयी है। प्रदेश सरकार द्वारा समयबद्ध ढंग से भारत सरकार के मार्गदर्शन में उठाए गए कदमों को सभी लोगों ने एक स्वर से स्वीकार किया है और आगे के लिए भी इसी सतर्कता के साथ कार्य करने की पूरी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। सभी मंत्रीगणों द्वारा इस बात की भी चर्चा की गई कि लॉकडाउन के बाद  प्रधानमंत्री ने जो ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज’ की घोषणा की थी, उससे बहुत लोग लाभान्वित हुए हैं।

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साथ ही सबने इस बात को महसूस किया है कि भारत जैसे 130 करोड़ की विशाल आबादी वाले देश को प्रधानमंत्री द्वारा समयबद्ध ढंग से लिए गए निर्णयों के कारण वैश्विक महामारी कोरोना से बचाने में बहुत मदद मिली है।  आवश्यकता पड़ेगी तो हम, सभी मंत्रीगण फिर एक साथ बैठकर प्रदेश के 23 करोड़ लोगों के हित में जो भी आवश्यक कदम होंगे, उन कदमों को उठाएंगे।