आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सत्ता में योगी सरकार की वापसी के बाद भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई तेज हो गई है। सोनभद्र के जिलाधिकारी टीके शिबू पर खनन और निर्माण कार्यों में गड़बड़ी की शिकायत पर गाज गिरी है। उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही उनपर विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। वाराणसी के कमिश्नर को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं भ्रष्टाचार के ही आरोप में गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
योगी सरकार की ओर से टीके शिबू को सस्पेंड करने लेकर जारी बयान में कहा गया कि सोनभद्र के डीएम टीके शिबू के खिलाफ जनप्रतिनिधी जिले में खनन व अन्य निर्माण कार्यों में भष्टाचार की शिकायत कर रहे थे। इसके अलावा समाजिक कार्यकर्ताओं ने इनके खिलाफ शिकायत की थी। इन्होंने विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान भी लापरवाही दिखाई थी। पोस्टल बैलेट पेपर सील नहीं होने के कारण जिले में मतदान निरस्त करने की स्थिति पैदा हो गई थी।
सरकार की ओर से आगे कहा गया कि विंध्याचल मंडल के कमिश्नर ने इस मामले की जांच की थी। इसमें डीएम टीके शिबू को दोषी पाया गया था। इस वजह से उन्हें निलंबित किया जाता है। साथ ही उनपर लगे आरोपों की जाच के लिए वाराणसी मंडल के कमिश्नर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। जांच पूरी होने तक उनको राजस्व परिषद से अटैच कर दिया गया है। वह बगैर लिखित अनुमति के जिला नहीं छोड़ सकते।
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पोस्टर बैलेट सील करने के मामले में घोरवाल विधानसभा सीट के रिटर्निंग ऑफिसर एसडीएम रमेश कुमार पर कार्रवाई हुई थी। शिबू ने ही उनपर कार्रवाई की थी और उन्हें उनके पद से हटा दिया गया था। उनकी गाड़ी से सपा कार्यकरताओं को राबर्ट्सगंज में मतगणना केंद्र के बाहर सादे बैलट पेपर मिले थे।
इससे पहले योगी सरकार ने चार आइपीएस अधिकारियों के तबादले किए। प्रशासन की ओर से जारी लिस्ट के अनुसार एडीजी नवनीत सिकेरा को पुलिस मुख्यालय से एडीजी पीटीएस उन्नाव के पद पर भेज दिया गया है। इसके अलाव पुलिस महानिदेशक के जनरल स्टाफ ऑफिसर (जीएसओ)एडीजी रवि जोसेफ लोक्कू को एडीजी सतर्कता अधिष्ठान की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
पहले इस पद पर एन रविंदर तैनात थे। उन्हें जीएसओ डीजीप बना दिया गया है। डीआइजी रूल्स एंड मैन्युवल धर्मेंद सिंह डीआईजी आरटीसी चुनार के पद की जिम्मेदारी मिली है। आने वाले दिनों में कई अफसर रिटायर होने वाले हैं। ऐसे में आइएएस और आइपीएस अधिकारियों का और तबादला संभव है।
इसके अलावा गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। उनपर ड्यूटी में लापरवाही व अपराध नियंत्रण में विफलता को लेकर कार्रवाई की गई है। उनके खिलाफ लगातार जनता से जुड़े मामलों को लेकर लापरवाही करने की शिकायत मिल रही थी। इससे पहले मुरादाबाद के एसएसपी थे।