आरयू वेब टीम। पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही के दौरान अभद्र व्यवहार के आरोप में चार कांग्रेसी सांसदों को निलंबित किया जाने के बाद मंगलवार को अब राज्यसभा के 19 विपक्षी सांसदों को भी निलंबित कर दिया गया है। ये सभी सांसद में महंगाई को लेकर मोदी सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे थे।
इस फैसले के बाद विपक्षी दलों के सदस्य उत्तेजित हो गए और दोपहर बाद जैसे ही राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई हंगामा शुरू हो गया। विपक्षी सदस्य विरोध जताते हुए उप सभापति के आसन तक पहुंच गए। इस दौरान नारेबाजी भी होती रही। सांसदों के शांत न होने पर सदन की कार्यवाही को फिर पौने चार बजे तक स्थगित करना पड़ा।
इस संबंध में तृणमूल कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा “आप हमें निलंबित कर सकते हैं, लेकिन आप हमें चुप नहीं कर सकते। दयनीय स्थिति, हमारे माननीय सांसद लोगों के मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें निलंबित किया जा रहा है। यह कब तक चलेगा? संसद की पवित्रता से भारी समझौता किया जाता है।”
ये सांसद हुए निलंबित-
हमाम अब्दुल्ला, डीएमके
बी लिंगैया यादव, टीआरएस
एए रहीम, सीपीआई (एम)
रविहंद्र वद्दीराजू, टीआरएस
एस कल्याणसुंदरम, डीएमके
आर गिररंजन, डीएमके
एनआर एलंगो, डीएमके
वी शिवदासन, सीपीआई (एम)
एम षणमुगम, द्रमुक
दामोदर राव दिवाकोंडा, टीआरएस
संदोश कुमार पी., भाकपा
डॉ कनिमोझी एनवीएन सोमू, डीएमके
टीएमसी से-
सुष्मिता देव, एआइटीसी
मौसम नूट, एआइटीसी
शांता छेत्री, एआइटीसी
डोला सेन, एआइटीसी
शांतनु सेन, एएलटीसी
अभि रंजन बिस्वर, एआइटीसी
नदीमुल हक, एआइटीसी
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दरअसल राज्यसभा में विपक्षी सांसद पिछले कई दिनों से मूल्य वृद्धि और वस्तु एवं सेवा कर, या जीएसटी, वृद्धि जैसे मुद्दों पर तत्काल चर्चा की मांग कर रहे हैं। विपक्ष मांग कर रहा है कि चर्चा नियम 267 (राज्य सभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियम) के तहत हो। इस नियम के तहत दिन के सूचीबद्ध कारोबार को निलंबित कर उठाए जा रहे मुद्दे को उठाया जाता है।