आरयू वेब टीम। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राजनीतिक भविष्य को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर यूपीए के सभी विधायकों की बड़ी बैठक हुई। इसके बाद सभी विधायक बस से एयरपोर्ट की ओर रवाना हुए। जानकारी यह भी है कि सभी विधायक चार्टर विमान से रांची से रायपुर के लिए रवाना हो चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दावा किया है कि सत्ता पक्ष हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार है।
हेमंत सोरेन ने कहा कि कोई अनहोनी नहीं होगी। हर परिस्थिति का सामना करने के लिए सत्ता पक्ष तैयार है। रणनीति के तहत कार्य किए जा रहे हैं। उसी रणनीति की छोटी सी झलक पहले और आज सभी ने देखा, आगे भी कई चीजें देखने को मिलेंगी। राज्य में षड्यंत्रकारियों को जवाब सत्ता पक्ष तरीके से देगी। आगे कहा कि हम हर चीज के लिए तैयार हैं, स्थिति हमारे नियंत्रण में है। मैं विधायकों के साथ जाऊंगा या नहीं ये मैं बाद में बता दूंगा।
झारखंड में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) राज्य में जारी राजनीतिक संकट के बीच अपने विधायकों को भारतीय जनता पार्टी के कथित खरीद फरोख्त के प्रयासों से बचाने के लिए पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ स्थानांतरित कर रहा है। कांग्रेस के एक विधायक ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि विधायकों को गैर-भाजपा सरकार वाले राज्य छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक रिसॉर्ट में स्थानांतरित किया जा सकता है।
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सोरेन की झामुमो का मानना है कि भाजपा महाराष्ट्र के समान सरकार को गिराने के लिए उसके और कांग्रेस से विधायकों की खरीद फरोख्त का प्रयास कर सकती है और विधायकों को सुरक्षित जगह में रखने की आवश्यकता है। लाभ के पद के मामले में सोरेन को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने की भाजपा की याचिका के बाद, निर्वाचन आयोग ने 25 अगस्त को राज्य के राज्यपाल रमेश बैस को अपना फैसला भेज दिया है। हालांकि निर्वाचन आयोग के फैसले को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन चर्चा है कि निर्वाचन आयोग ने मुख्यमंत्री को विधायक के रूप में अयोग्य घोषित करने की सिफारिश की है। तब से राजभवन ने इस मामले में कुछ भी घोषणा नहीं की है।