आरयू रिपोर्टर
लखनऊ। बीकेटी के बरगदी गांव में शनिवार की रात पुरानी रंजिश के चलते बदमाशों ने 35 वर्षीय युवक की निर्ममता से हत्या कर दी। युवक का गला आधे से ज्यादा रेतने के साथ ही सर पर भी किसी भारी चीज से कई वार किये गये थे। हत्या से पहले बदमाशों ने दीवाली का जश्न मनाने के बहाने युवक को शराब भी पिलाई। एक खेत में लाश पड़ी देख परिजनों को घटना की जानकारी हुई। मृतक के श्वसुर की तहरीर पर इलाकाई पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर दो आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि बीकेटी पुलिस गिरफ्तारी की बात से इंकार कर रही है। मृतक हत्या के आरोप में जेल भी जा चुका था।
बीकेटी के भौली गांव निवासी मोहम्म्द शरीफ घर पर ही जरदोजी का कारखाना चलाकर पत्नी सबिया समेत दो बेटे एवं दो बेटियों का पेट पालता था। शरीफ की मां सुगना उसके घर से करीब तीन किलोमीटर दूर बरगदी गांव में रहती हैं। शरीफ के श्वसुर लल्लन रहमानी ने बताया शनिवार शाम शरीफ सबिया से मां से मिलने जाने की बात कहकर निकला था। रात में लोगों ने बरगदी गांव के एक खेत में शरीफ की गला रेती हुई लाश देख घटना की जानकारी उन्हें दी। वह पुलिस को घटना की सूचना देने के साथ ही मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल के पास से तमंचा और चाकू बरामद किया है। ग्रामीणों की मानें तो घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर शरीफ के साथ शनिवार की शाम दिवाली की पार्टी कर रहे थे। इस दौरान सभी ने जमकर शराब पी थी। शरीफ के श्वसुर की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही दुर्गेश सिंह, नसीम, मन्नू, पप्पू और जुम्मन के खिलाफ बीकेटी पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस दुर्गेश व नसीम को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही हैं। हालांकि इंस्पेक्टर काकोरी ने सभी आरोपितों के फरार होने की बात कही है।
शरीफ की गांव के ही दुर्गेश से चल रही थी रंजिश
आरोप हैं कि 2009 में शरीफ ने अपने ही गांव के लालता सिंह की पैसे के लेने-देन के चलते हत्या कर दी थी। इस मामले में शरीफ जेल भी गया था, लेकिन लालता का भांजा उससे खासा नाराज चल रहा था। आरोप हैं कि इसी के चलते दुर्गेश ने 2014 में शरीफ को गोली भी मारी थी लेकिन गोली पीठ में लगने के चलते वह बच गया था।