आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ के इटौंजा इलाके में सोमवार को एक बेहद दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। हादसे में एक ट्रक ने श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को टक्कर मार दी। टक्कर से तालाब में ट्रैक्टर ट्रॉली के पलटने से तीन बच्चियों समेत सात महिलाओं की भी मौत हो गयी, जबकि करीब तीन दर्जन लोग घायल हो गए। हादसे के समय श्रद्धालुआ दुर्गा माता मंदिर में दर्शन करने जा रहे थे। पुलिस घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराने व शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही ट्रक चालक का पता लगा रही है। दूसरी ओर एक साथ इतने लोगों की मौत से मृतकों के पूरे गांव में कोहराम मचा है।
बताते चलें कि आज लगातार दूसरे दिन ट्रक की टक्कर से ट्रैक्टर सवार लोगों की मौत हुई है। आज से ठीक एक दिन पहले रविवार को ललितपुर में भी एक ट्रक ने ट्रैक्टर को टक्कर मार दी थी, इसमें चार बेगुनाहो की मौत हो गयी थी, जबकि 15 लोग घायल हुए थे।
यह भी पढ़ें- UP: फसल काटने जा रहे मजदूरों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को ट्रक ने मारी टक्कर, दो महिला समेत चार की मौत, 15 घायल
आज मिली जानकारी के अनुसार सीतापुर जिले के अटरिया के टिकौली गांव निवासी चुन्नी लाल पत्नी कोमल, बेटी बिट्टो व अन्य परिजनों और गांववालों के साथ ट्रैक्टर-ट्रॉली से इटौंजा के उनई गांव स्थित दुर्गा मंदिर में मनौती मांगने के लिए निकले थे। आज सुबह करीब 10 बजे इटौंजा के असनहा स्थित गद्दीपुरवा में सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने ट्रैक्टर को टक्कर मार दी, टक्कर इतनी तेज थी कि चालक का नियंत्रण ट्रैक्टर से बिगड़ गया और पूरी ट्रैक्टर ट्रॉली पास में स्थित एक तालाब में पलट गयी।
हादसा होते देख गांववालों में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही तत्काल बचाव कार्य शुरू कर 13 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। मौके पर पहुंची पुलिस व एसडीआरएफ टीम ने बाकियों को बाहर निकाला, हांलाकि तब तक दस लोगों की मौत हो चुकी थी। वहीं 37 घायलों को पास के अस्पतालों में पहुंचाया गया, जहां कुछ की हालत को गंभीर बताते हुए डॉक्टरों ने उन्हें केजीएमय के लिए रेफर कर दिया।
यह भी पढ़ें- यूपी: तेज रफ्तार ट्रक ने मारी ट्रैक्टर को टक्कर, ट्राली सवार आठ श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत, 37 घायल
दूसरी ओर हादसे की जानकारी लगते ही स्थानीय पुलिस के अलावा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, डीएम, आईजी रेंज समेत अन्य अफसर मौके पर पहुंचे। जिलाधिकारी ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की बात कही है, जबकि उप मुख्यमंत्री ने घायलों व मृतकों के परिजनों से मुलाकात करते हुए उन्हें ढांढस दे हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया है।
इनकी गयी जान
हादसे की जान गंवाने वाली दस मृतक महिलाएं ही हैं। जिसमें मन्नत मांगने जा रहे चुन्नी लाल की पत्नी कोमल (46), बेटी बिट्टो (13), गांव की सुषमा (58), सुषमा की बेटी रुचि (19), अन्नपूर्णा देवी (37), सुखरानी (45), सुशीला पांडेय (38), अंशिका (13), मालती (40) व केतकी (55) शामिल हैं।