आरयू ब्यूरो, लखनऊ। राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया है। एक पांच मंजिला आवासीय इमारत के भरभराकर गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई दर्जनों लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। सूचना पर मौके पर भारी पुलिस फोर्स राहत बचाव दल के साथ मौके पर पहुंची और राहत बचाव कार्य शुरू किया। राहत कार्य में जुटी बचाव टीमों ने अब तक नौ घायलों को बाहर निकाला है, जिनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
पांच मंजिला अपार्टमेंट में करीब 20 फ्लैट बताए जा रहे हैं। वजीर हसन रोड पर जहां यह अलाया अपार्टमेंट बना है। वहां मुख्य सड़क ही 12 मीटर चौड़ी है। वहीं अंदर अपार्टमेंट परिसर तक जाने के लिए छह मीटर भी रास्ता नहीं था। ऐसे में रेस्क्यू टीमों को अंदर दूसरे अपार्टमेंट बिरावन हाउस और सटी हुई दूसरी सड़क की बाउंड्रीवाल तोड़नी पड़ी। इसके बाद ही लोगों को निकालने का काम शुरू हो सका। आलम यह था कि सड़क पर बाहर ही गाड़ियां खड़ी होने की वजह से अग्निशमन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा एंबुलेंस की गाड़ियां भी नहीं पहुंच पा रही थीं। ऐेसे में पुलिस को माथापच्ची करनी पड़ी।
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इस संबंध में उत्तर प्रदेश के डीजीपी डी.एस. चौहान ने मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी, जिस समय बिल्डिंग गिरी उस समय आठ परिवार बिल्डिंग के अंदर थे। हमारा अनुमान है कि पांच से सात लोग अभी भी फंसे हुए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा करने में करीब 12-13 घंटे लगेंगे। बचाव दल ने दो लोगों को सुरक्षित निकाला है। इन्हें सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया। बताया जा रहा है कि यह इमारत 15 साल पहले बनी थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इमारत में कोई रिपेयर वर्क चल रहा था। ड्रिलिंग की आवाज आ रही थी। तभी बिल्डिंग गिरी। लोगों के मुताबिक बेसमेंट सहित पांच मंजिला बिल्डिंग पूरी तरह ढह गई। फिलहाल इसमें कितने परिवार दबे हैं इसकी जानकारी नहीं है। करीब 6:30 बजे अचानक तेज धमाके के साथ बिल्डिंग गिर गई। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद रेस्क्यू शुरू हुआ।