आरयू वेब टीम। दुनिया की दिग्गज अंतरिक्ष अन्वेषण कंपनी स्पेसएक्स गुरुवार को इतिहास रचते-रचते चूक गया। मंगल ग्रह पर लोगों को ले जाने वाले स्पेसएक्स के स्टारशिप रॉकेट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है, लेकिन चंद मिनटों में ही असमान में विस्फोट हो गया। टेक्सास के बोका चिका से दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट ने शाम करीब सात बजे उड़ान भरी थी। स्टारशिप का यह पहला ऑर्बिटल टेस्ट था।
भारतीय समयानुसार, दक्षिणी टेक्सास में बोका चिका स्थित स्टार बेस से 20 अप्रैल की शाम करीब सात बजे स्टारशिप रॉकेट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था। लॉन्च होने के सिर्फ चार मिनट बाद ही जमीन से 33 किलोमीटर की ऊंचाई पर विस्फोट होकर रॉकेट फट गया और उसका मलबा जमीन पर आ गिरा। इस रॉकेट से लोगों को अंतरिक्ष में भेजने की प्लानिंग थी।
यह भी पढ़ें- GSLV-F10 मिशन फेल, इसरो ने तकनीकी खामी को बताई वजह
विश्व का सबसे बड़ा स्टारशिप रॉकेट है। इस रॉकेट की ऊंचाई 394 फीट और व्यास 29.5 फीट है। दो हिस्सों में रॉकेट को बांटा गया है। रॉकेट के ऊपर वाले हिस्से को स्टारशिप कहते हैं, जिसकी ऊंचाई 164 फीट के आसपास है। स्टारशिप रॉकेट इतना पॉवरफुल है कि धरती पर एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक सिर्फ एक घंटे में पहुंच सकता है।