आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज एक बार फिर भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा चुनाव में हेराफेरी कर सत्ता पर कब्जा बनाए रखना चाहती है। भाजपा ने संवैधानिक संस्थाओं को नुकसान पहुंचाया है। भाजपा का एजेंडा सिर्फ सत्ता का दुरुपयोग करना है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने षडयंत्र कर समाजवादी पार्टी समर्थकों के वोट कटवाएं। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी पर जनता को भरोसा है। समाजवादी पार्टी लोकतंत्र और संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रही है। सपा बड़ी लड़ाई का सामना करने को तैयार है।
दरअसल अखिलेश यादव आज यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय, लखनऊ में बड़ी संख्या में आए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा को किसान विरोधी करार दिया है। साथ ही कहा कि तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में आठ सौ किसान शहीद हो गए। भाजपा सरकार में महंगाई, बेरोजगारी, चरम पर है। महंगाई, बेरोजगारी, कम करने और गरीबी हटाने के लिए भाजपा सरकार ने कोई काम नहीं किया। किसानों के गेहूं की लूट हो गयी। किसानों को गेहूं का लागत मूल्य भी नहीं मिला। भाजपा 2014 में जनता से झूठे वादे और धोखा देकर सत्ता में आयी थी। जनता 2024 में भाजपा की विदाई कर देगी। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश भाजपा को सत्ता से बाहर कर देगा।
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इतना ही नहीं भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए सपा मुखिया ने कहा भाजपा की शह पर दो कम्पनियों ने रिफाइंड ऑयल के 60 प्रतिशत बाजार पर कब्जा कर लिया है। बाजार पर नियंत्रण करने की सुनियोजित साजिशें चल रही है। गिनी चुनी कम्पनियां किसानों के धान-गेहूं की खरीद कर ले रही हैं। किसान को अपनी फसल में न एमएसपी मिली और नहीं बाढ़-सूखा से प्रभावित फसल पर मुआवजा मिला।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में अराजकता का बोलबाला है। कानून-व्यवस्था ध्वस्त है। शिक्षा स्वास्थ्य सेवाएं चौपट हैं। भाजपा सरकार में न्याय की कोई उम्मीद नहीं है। जनता बिजली-पानी के लिए परेशान है। भाजपा ने एक यूनिट बिजली नहीं बनायी। जो भी बिजली का उत्पादन हो रहा है, वह समाजवादी सरकार की देन है। इस अवसर पर अखिलेश यादव ने वीरेन्द्र सारंग की ‘जननायक कृष्ण‘ पुस्तक का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि गीता का उपदेश आज भी सार्थक और सामयिक है।