आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़े जारी होने के बाद से यूपी में भी इसकी मांग तेजी हो गई है। कांग्रेस-सपा समेत अन्य विपक्षी पार्टियों के बाद अब ओम प्रकाश राजभर ने भी यूपी में जातीय जनगणना की मांग की है। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हर दस साल के बाद जातिगत जनगणना करानी चाहिए।
राजभर ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के बाद से प्रदेश में चार बार समाजवादी पार्टी की सरकार चार बार बसपा की सरकार और 40 साल कांग्रेस की सरकार रही है, लेकिन इन्होंने जातीय जनगणना नहीं कराया। ये लोग कहते थे कि हम जातिवाद को बढ़ावा नहीं देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सदन में 2011 में पेपर फाड़ दिया था। मैं पिछले 20 साल से जातीय जनगणना की मांग कर रहा हूं।
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि यूपी में भी जातीय जनगणना होनी चाहिए। मेरी आवाज मायावती, अखिलेश यादव और सोनिया गांधी तक पहुंची थी, लेकिन इन लोगों ने जातीय जनगणना नहीं कराया। मैं पूछना चाहता हूं उन लोगों से जो आज इसके लिए चिल्ला रहे हैं। तब क्यों नहीं कराया जब सरकार में थे।
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आज गाजीपुर पहुंचे राजभर ने कहा कि भारत भी आतंकियों से पीड़ित रहा है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में आतंकवाद खत्म होना चाहिए। अगर उसे खत्म करने की कोई कोशिश कर रहा है तो उसका समर्थन करना चाहिए।
इस दौरान उन्होंने 69000 शिक्षक भर्ती को लेकर अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां बोलना चाहिए नहीं बोलते बाहर बोलने से क्या होगा। अखिलेश के पास कोई काम नहीं रह गया है। वो अब घूम-घूम कर आंदोलन कर रहे हैं।