आरयू वेब टीम। संसद की सुरक्षा में सेंध के बाद एक बार फिर मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने गुरुवार को भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि समस्या को गंभीर सुरक्षा उल्लंघन के रूप में देखने के बजाय किसी तरह विपक्ष पर दोष मढ़ने का प्रयास किया जा रहा है।
एक्स पर एक पोस्ट में, चतुर्वेदी ने कहा, “समस्या को गंभीर सुरक्षा उल्लंघन के रूप में देखने के बजाय किसी तरह विपक्ष पर दोष मढ़ने का प्रयास किया जा रहा है।” उन्होंने कहा, “पता नहीं कि संसद की सुरक्षा के लिए विपक्ष जिम्मेदार है। यह नहीं पता कि (बीजेपी के कर्नाटक के मैसूरु सांसद) प्रताप सिम्हा का विपक्ष से कोई लेना-देना है और यह नहीं पता कि इस नई संसद को विपक्षी बेंच द्वारा डिजाइन किया गया था।”
प्रियंका का ये बयान भाजपा आईटी सेल प्रमुख द्वारा बुधवार रात किए गए पोस्ट की एक श्रृंखला के बाद आई है, इसमें उन्होंने कहा था, “शासन परिवर्तन एक मुहावरा है, जिसका इस्तेमाल कांग्रेस नेता अक्सर करते हैं। उस महिला नीलम आजाद से मिलें, जिसने आज संसद की सुरक्षा में सेंध लगाई। वह एक सक्रिय कांग्रेस/इंडिया गठबंधन की समर्थक हैं। वह एक आंदोलनजीवी हैं, जिसे कई विरोध प्रदर्शनों में देखा गया है।”
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“सवाल यह है कि उन्हें किसने भेजा? उन्होंने भाजपा सांसद से संसद पास प्राप्त करने के लिए मैसूर से किसी को क्यों चुना? अजमल कसाब ने भी लोगों को गुमराह करने के लिए ‘कलावा’ पहना था। यह एक समान चाल है। याद रखें कि विपक्ष किसी भी कीमत पर नहीं रुकेगा। यहां तक कि हमारे लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्था संसद को भी अपमानित किया जा रहा है।