आरयू ब्यूरो, लखनऊ/देवरिया। उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने बेसिक शिक्षा विभाग मे घुसपैठ करने वाले एक और फर्जी शिक्षक को आज बेनकाब किया है। एसटीएफ ने सोमवार को विद्यालय में पढ़ाने के दौरान ही फर्जी शिक्षक को धर दबोचा। पकड़ा गया आरोपित करीब 21 सालों से सरकारी शिक्षक बनकर शिक्षा विभाग से सैलरी के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है। एसटीएफ ने पकड़े गए फर्जी शिक्षक को देवरिया के खुखुन्दू थाने के हवाले कर दिया है। जहां संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के साथ ही पुलिस भी उससे पूछताछ कर रही है।
सीओ एसटीएफ धर्मेश कुमार शाही ने बताया कुछ समय पहले सूचना मिली थी कि बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेज के आधार पर नियुक्ति पाकर देवरिया जिले खुखुन्दू थाना क्षेत्र स्थित मरहंवा निवासी धर्मेंद्र कुमार शिक्षक की नौकरी कर रहा है।
जिसपर इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व में यषवंत सिंह व आशुतोष तिवारी की टीम ने बेसिक शिक्षा अधिकारी देवरिया कार्यालय से अभिलेखों की जानकारी की थी। रिकॉर्ड देखने पर पता चला कि वीरपुर मिश्र विकास खंड भलुअनी स्थित कम्पोजिट विद्यालय में धर्मेंद्र कुमार फर्जी दस्तेवाजों के आधार पर तैनात है।
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साक्ष्य मिलने पर आज दोपहर स्कूल में छापेमारी कर एसटीएफ की टीम ने फर्जी शिक्षक को धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद धर्मेंद्र ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि उसने वाराणसी जनपद स्थित सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय की शास्त्री परीक्षा का अंक पत्र व प्रमाण पत्र कूटरचना कर फर्जी तरीके से बनाया था, जिस पर अपने हिसाब से अनुक्रमांक 18366 अंकित कर दिया था।
इसके अलावा वह इंटर भी पास नहीं है, इसलिए उसने इंटरमीडिएट का अंक पत्र व प्रमाण पत्र भी फर्जी तरीके से बनवाया था। इन्हीं दस्तावेजों के आधार वह साल 2003 से शिक्षक की नौकरी कर रहा था।