आरयू वेब टीम।
कयासों पर विराम लगाते हुए आज गुजरात निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनावों की जानकारियों की घोषणा कर दी हैं। नौ दिसंबर से शुरू होने वाला गुजरात विधानसभा चुनाव कुल दो चरणों में ही पूरा हो जाएगा। प्रेसवार्ता कर मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति ने मीडिया को बताया कि इस बार चुनाव में वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल होगा।
चुनाव आयुक्त के अनुसार गुजरात विधानसभा की कुल 182 सीटों पर दो चरणों में मतदान कराया जायेगा। पहले चरण में 89 सीटों पर मतदान 9 दिसंबर को और दूसरे चरण में 93 सीटों पर 14 दिसंबर को लोग अपने मतों का इस्तेमाल करेंगे।
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वहीं वोटों की गिनती 18 दिसंबर को कराई जाएगी और उसी दिन उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला भी सुनाया जाएगा। इसी के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है। केंद्र पर भी आचार संहिता लागू होगी। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी तरह के प्रबंध किये जा रहे हैं और हर पोलिंग बूथ पर वीडियो रिकॉर्डिंग करायी जायेगी।
वोट देने के लिए मतदाता जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जायेगा। इसके साथ ही निष्पक्ष चुनाव की उद्देश्य की पूर्ति के लिए चुनाव आयोग ने एक मोबाइल एप भी तैयार कराया है। इस एप की खासियत होगी कि मतदाता किसी भी अवैध गतिविधियों की फोटो खींचकर सीधे चुनाव आयोग से शिकायत कर सकेगा। जिसके बाद जिम्मेदारों की टीम तत्काल शिकायत पर एक्शन लेगी।
एके ज्योति ने वोटरो के बारें में बात करते हुए कहा कि इस बार कुल चार करोड़ 33 लाख वोटर हैं। जिनके लिए 50 हजार 128 पोलिंग स्टेशन तैयार किए जा रहे हैं। वहीं कालेधन के इस्तेमाल पर रोक लगाने पर उन्होंने कहा कि चुनावी खर्च के लिए हर उम्मीदवार को अलग खाता खोलना होगा और विज्ञापनों पर होने वाले खर्च पर नजर रखी जायेगी। राजनीतिक दलों की सभी बड़ी रैलियों की भी वीडियो रिकॉर्डिंग करायी जायेगी।
दांव पर लगी प्रधानमंत्री की साख, प्रभावित होगा 2019 का चुनाव
बताते चलें कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह गुजरात का पहला विधानसभा चुनाव है। इसी के चलते प्रधानमंत्री के साथ भाजपा की भी साख इस चुनाव में दांव पर लगी हुई है। यहीं वजह है कि प्रधानमंत्री के अलावा भाजपा के तमाम दिग्गजों ने गुजरात की बाजी जीतने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। इसके अलावा यह भी समझा जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव कुछ हद तक 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को भी प्रभावित करेगा। जीएसटी, नोटबंदी समेत तमाम फैसलों पर भी इस चुनाव में जनता अपने मतों से फैसला सुनाएगी।
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