आरयू वेब टीम। नूंह जिले में दर्दनाक हादसा हो गया है। मथुरा दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की बस में आग लगने से छह महिला समेत नौ लोगों की जलकर दर्दनाक मौत हो गयी जबकि दर्जनों श्रद्धालुओं झुलसकर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। राहगीरों ने भयावह अग्निकांड की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस व राहत बचाव टीम ने रेस्कयू कर श्रद्धालुओं को बाहर निकाला और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।
मिली जानकारी के मुताबिक कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस-वे पर नूंह जिले में स्थित गांव धुलावट के पास बीती देर रात चलती बस में आग लगने से नौ श्रद्धालुओं की जिंदा जलकर मौके पर ही मौत हो गई। वहीं 20 से अधिक लोग बुरी तरह से झुलसे हैं, जिसमें कई बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। हादसा रात करीब दो बजे हुआ।
बस में पंजाब के होशियार पुर तथा चंडीगढ़ में रहने वाले लोग सवार थे। पुलिस ने बताया कि बस में लगभग 60 लोग सवार थे और सभी पंजाब के होशियारपुर और लुधियाना के रहने वाले थे। ये लोग मथुरा-वृंदावन से दर्शन कर लौट रहे थे। सभी आपस में सगे-संबंधी हैं।
सदर ताउरू के थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया, ‘‘दुर्घटना में छह महिलाएं और तीन पुरुष, कुल नौ लोगों की मौत हो गई। हालांकि आग लगने के कारण का पता नहीं चला है, इसकी जांच की जा रही है।
एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि कुछ लोगों ने बस में आग लगी देखी और वाहन का पीछा कर चालक को बस रोकने को कहा। उन लोगों ने पुलिस और अग्निशमन विभाग को भी घटना की जानकारी दी।
बताया जा रहा है कि ये श्रद्धालु एक टूरिस्ट कंपनी की बस को सात दिन के लिए बुक कर धार्मिक स्थलों पर दर्शन करने के लिए निकले थे। मथुरा और वृंदावन से चंडीगढ़ जाते वक्त यह हादसा हुआ।
हादसे में झुलसी सरोज पुंज, पूनम ने बताया कि रात करीब डेढ़ से दो बजे के बीच जैसे ही बस केएमपी पर धुलावट गांव की सीमा में पहुंचे तभी एक बाइक सवार युवक ने बस के आगे बाइक लगाकर रुकवाया और बताया कि बस के पिछले हिस्से में आग लगी हुई है।
वहीं आग की लपटें देख ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने बस के शीशे तोड़ श्रद्धालुओं को निकाला। बस रुकते ही आग ने पूरी बस को चपेट में लिया। कुछ लोग गेट तथा कुछ शीशे तोड़कर बाहर निकाले गए। पास के गांव के लोगों ने भी मदद की। पीछे बैठे नौ लोग बस से नहीं निकल पाये और जिंदा जलने से उनकी मौत हो गयी।
सूचना पाकर मौके पर शहर थाना प्रभारी प्रदीप कुमार, सदर थाना प्रभारी जितेंद्र, डीएसपी मुकेश कुमार और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया भी पहुंच गए। जहां उन्होंने एंबुलेंस बुलाकर दर्जनों घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में उपचार के लिए भेज दिया। शवों को नल्हड़ मेडिकल कालेज के शव ग्रह में रखवा दिया गया। दमकल विभाग की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आग बुझ चुकी थी।
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दरअसल शहर के शालीमार नगर के रहने वाले कृष्ण भक्त राकेश शर्मा बस से भक्तों को दर्शन कराने वृंदावन, मथुरा और वाराणसी ले गए थे। राकेश शर्मा हर साल बस से भक्तों को दर्शन कराने ले जाते हैं। इस बार भी वह दस मई को बस से भक्तों को लेकर निकले थे। दर्शन करने के बाद वापस लौटते समय बस में आग लग गई। हादसे में शर्मा के बेटे और पत्नी की भी मौत की सूचना है। ज्यादातर भक्त शालीमार, गौतम नगर और धोबीघाट के है। एक परिवार लुधियाना से भी गया था। वहीं राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कालेज नलहड़ में नौ डेड बॉडी आ चुकी है जिसमें छह महिला और तीन पुरुष है।