आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने कैबिनेट की मंजूरी के बिना व जनभावना के विरोध में गौतम बुद्ध पार्क का नाम बदलने वाला अपना विवादित फैसला आखिरकार वापस ले लिया है। लोगों के विरोध व सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या की नाराजगी के बाद जागे एलडीए ने आनन-फानन में हैप्पीनेस पार्क का बोर्ड हटाते हुए एक बार फिर गौतम बुद्ध पार्क के नाम से बोर्ड लगवा दिया है, हालांकि पार्क का इंट्री टिकट आज रात तक हैप्पीनेस पार्क के नाम से ही काटा जाता रहा।
यह है पूरा मामला-
बताते चलें कि एलडीए के अफसरों ने हसनगंज क्षेत्र स्थित लखनऊ के करीब पांच दशक पुराने लोकप्रिय गौतम बुद्ध पार्क का संचालन प्राइवेट कंपनी को सौंपने के कुछ समय बाद इसका नाम बदलते हुए पार्क के बाहर हैप्पीनेस पार्क का बोर्ड पिछले महीने लगवा दिया था, जबकि पार्क के अंदर नॉनवेज भी बिकवाना शुरू कराते हुए पार्क के बंद होने की टाइमिंग बढ़ाकर रात 11 बजे तक और इंट्री टिकट के दाम में भी भारी बढ़ोतरी करते हुए भीड़ वाले दिन के लिए (सार्वजनिक अवकाश, शनिवार व रविवार) सौ रुपए तक करा दिया था। इसके अलावा यहां मात्र तीन साल तक के बच्चों की इंट्री फ्री रखी गयी है, जबकि एलडीए के ही जनेश्वर मिश्र पार्क में 12 साल तक के बच्चों को मुफ्त में प्रवेश मिलता है।
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प्राधिकरण के इन इन नियम शर्तों को लेकर सवाल उठ रहें थे एक पार्क चलाने में खुद असमर्थता जताने वाले एलडीए के अफसर-इंजीनियर ने ठेकेदार को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाने के लिए ही इस तरह की नियम-शर्तें बनाई है। देर रात तक पार्क खुलने से बच्चों व महिलाओं की सुरक्षा समेत अन्य कई समस्याओं को लेकर भी लोगों के मन में संदेह है।
शासन स्तर पर हो चुकी शिकायत
इसको लेकर शासन स्तर पर भी कुछ दिनों पहले शिकायत की गयी थीं कि एलडीए के अफसरों ने सत्य और अहिंसा के पुजारी गौतम बुद्ध की विचाराधारा के विपरीत पार्क को अवैध गेमिंग जोन व अवैध वसूली का अड्डा बना दिया है। यहां हरियाली को नुकसान पहुंचाते हुए रेस्टूरेंट खोला गया जहां खाने के नाम काफी ज्यादा पैसा पयर्टकों से वसूला जा रहा। इसके अलावा पार्क का स्वारूप बिगाड़ते हुए पार्क के एक हिस्से में पार्किंग कराई जा रही। इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए अनु सचिव शासन चंद्र श्याम मिश्र ने वीसी को निर्देशित करते हुए कार्यवाही कर रिपोर्ट मांगी हैं।
डिप्टी सीएम ने लिखा कमिश्नर को लेटर
दूसरी ओर अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा ने भी पार्क का नाम बदलने को लेकर विरोध जताने के साथ ही कुछ दिन पहले सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या से मुलाकात कर एलडीए की शिकायत की थी। जिसका संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम ने मंडलायुक्त व एलडीए अध्यक्ष रोशन जैकब को पत्र लिखकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
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नाम बदलना धार्मिक-सांस्कृतिक असंवेदनशीलता है दर्शाता
उप मुख्यमंत्री ने शिकायत के संबंध में कमिश्नर से कहा है कि पार्क का नाम बदलने से बौद्ध अनुयायियों में काफी रोष है। ऐतिहासिक पार्क शहर की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भगवान बुद्ध के नाम से स्थापित पार्क का एकाएक नाम बदलना धार्मिक व सांस्कृतिक असंवेदनशीलता को दर्शाता है। इसलिए धार्मिक, सांस्कृतिक व सामाजिक भावना को देखते हुए गौतम बुद्ध पार्क का नाम फिर से स्थापित किया जाए।
गौतम बुद्ध पार्क के नाम से ही बिकना चाहिए टिकट
अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के अध्यक्ष मूलचंद मौर्या ने बताया कि पार्क का नाम बदलने व पार्क में मांसाहार बेचे जाने समेत अन्य गड़बड़ी का विरोध जताते हुए उन लोगों ने डिप्टी सीएम से इसकी शिकायत की थीं। जिसके बाद पार्क का बोर्ड तो एलडीए ने हटा दिया है, लेकिन टिकट हैप्पीनेस पार्क के नाम से अब भी काटा जा रहा, इसका भी विरोध किया जाएगा। बोर्ड बदल गया है तो टिकट भी गौतम बुद्ध पार्क के नाम से ही बिकना चाहिए।
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वहीं इस बारे में एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार का कहना है कि पार्क का नाम अभी भी गौतम बुद्ध पार्क ही है। उसमें हैप्पीनेस पार्क चलाया जा रहा। पीपीपी मोड पर झूले आदि लगाए गए हैं। उसी क्रम में उसको हैप्पीनेस पार्क का पूर्व में रूप दिया गया था। पार्क का बोर्ड कंपनी ने थोड़ा साइड कर दिया था, जिसकी लोगों ने शिकायत की थीं, जिसके बाद बोर्ड गौतम बुद्ध पार्क के नाम से ही कर दिया गया है। इसके अलावा टिकट हैप्पीनेस पार्क के नाम से कट रहा तो इस बारे में दिखवा लेते है टिकट पर गौतम बुद्ध पार्क का नाम डाला जाएगा। साथ ही पार्क रात 11 बजे रात तक पार्क खुल रहा तो सिक्योरिटी एक बार फिर चेक कराएंगे। फिलहाल करीब 12 सुरक्षाकर्मी पार्क की सुरक्षा में लगे हैं।